भुजियाघाट, हल्द्वानी में शराब की दुकान के विरोध में आमरण अनशन पर बैठी एक महिला की बुधवार को हालत बिगड़ गई। दोपहर बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम अनशन स्थल पर पहुंची और महिला को जबरन उठाकर बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, दो महिलाएं और दो पुरुष अब भी अनशन पर डटे हैं। इनकी हालत में भी लगातार गिरावट आ रही है।
भुजियाघाट के दोगड़ा गांव में शराब की दुकान खोलने के विरोध में पिछले 58 दिन से विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। 56 दिन तक लगातार धरना व क्रमिक अनशन किया गया। वहीं, आबकारी महकमे की ओर से दुकान का आवंटन करने की जानकारी मिलने पर ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने मंगलवार से आंदोलन उग्र कर आमरण अनशन शुरू कर दिया। नीमा खाती, कमला जीना, कुसुम देवी, शक्ति सिंह सूर्या व किशोरी सूर्या अनशन पर हैं। वहीं, अनशनकारी कुसुम देवी की हालत बुधवार सुबह से बिगड़ने लगी। जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी। दोपहर बाद स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक डॉ. यूसी जोशी, नायब तहसीलदार देशराज सिंह पुलिस टीम के साथ पहुंचे। सूचना देने के घंटों बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचने पर ग्रामीणों की अफसरों से तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद अनशनकारी कुसुम को एंबुलेंस से बेस अस्पताल पहुंचाकर उपचार शुरू कराया गया। वहीं, डॉ. यूसी जोशी ने अन्य अनशनकारियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य संजय साह ने बताया कि अनशनकारी कुसुम देवी की हालत बुधवार सुबह से ही बिगड़ने लगी थी। सुबह करीब 11 बजे स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के अफसरों को फोन पर इसकी जानकारी दे दी गई। इसके बावजूद शाम चार बजे पुलिस-प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। वहीं प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के रवैये से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।





















































