गुरुवार सुबह तपोवन टनल से राहत कर्मियों को एक शव और मिला। वहीं, आपदा के 11वें दिन बुधवार को प्रभावित क्षेत्र तपोवन-रैणी समेत आपदा प्रभावित समूचे इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बुधवार को एक मानव अंग बुराली के समीप मिला है। अब तक 59 शव और 26 मानव अंग बरामद हुए हैं। 145 लोग लापता हैं। यह जानकारी जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने दी।
उन्होंने बताया कि तपोवन टनल से पानी को पम्प से निकाला जा रहा है। पानी निकलने के बाद मलबे की निकासी की जाएगी। तपोवन बैराज साइट पर भी दलदल को साफ करने के लिए सक्शन पम्प लगाए गए हैं। बैराज में एनडीआरएफ की टीम मैन्यूअली लापता लोगों की खोज कर रही है। सूखे क्षेत्र में एक्सावेटर मशीन लगाकर सर्च किया जाएगा। रैणी में ऋषि गंगा के दूसरी तरफ रैणी चकलाता गांव के नीचे एक्सावेटर मशीन से मलबा साफ कर लापता लोगों की तलाश की जा रही है। ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के बैराज तथा टनल के ऊपरी क्षेत्र में फैले मलबे में भी लापता लोगों की खोजबीन जारी है। नदी के तटीय क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीम के माध्यम से लापता लोगों की तलाश जारी है।
इस दौरान जिलाधिकारी ने जोशीमठ लाल बाजार स्थित एचसीसी कार्यालय में आईआरएस के नोडल अधिकारियों के साथ रेस्क्यू कार्यों की समीक्षा की है। बैठक में पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, डीसी एनडीआरएफ आदित्य प्रताप सिंह, एसडीआरएफ अजय भट्ट, लेफ्टिनेंट कर्नल विवेक सिंह, एजीएम एनटीपीसी आरएन सहाय, डीजीएम उमेश कुमार, सीएमओ डा. जीएस राणा, सीवीओ शरद भंडारी, सीएचओ तेतपाल सिंह और आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी आदि मौजूद रहे।
रेडक्रास ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में बांटी राहत किट
रेडक्रास चमोली की ओर से बुधवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र ब्याग गांव में राहत किट का वितरण किया गया। इस दौरान आपदा में लापता लोगों और मृतकों के परिजनों से मिलकर उनका हालचाल जाना गया। इस मौके पर सुबोध कुमार डिमरी, प्रेम सिंह रावत और मुकेश डिमरी आदि मौजूद रहे।





















































