नैनीताल, प्रदेश के राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने नैनीताल में अधिकारियों के साथ गर्वनर बोट हाउस क्लब से नैनीताल झील का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान राज्यपाल ने नैनी झील के घटते जल स्तर को लेकर चिंता जताई। डॉ. पॉल ने कई अहम सुझाव और दिशा निर्देश भी दिए।
राज्यपाल ने निरीक्षण के दौरान कहा कि, “नैनी-झील नैनीताल के साथ ही प्रदेश व देश की धरोहर है। नैनीताल शहर का अस्तित्व ही झील से है। गत वर्ष गर्मियों में नैनीझील का जलस्तर काफी कम हो गया था जो चिन्तिनीय है, गत वर्ष की भांति झील का जलस्तर कम न हो इसके लिए जागरूकता का प्रसार करने के साथ ही जल संरक्षण पर ध्यान दिया जाय।”
राज्यपाल ने कहा कि, “जल ही जीवन है इसलिए पानी की बर्बादी कतई न हो, इसके प्रयास होने चाहिए यदि जल सरंक्षण में सभी सहयोग करेंगे तो इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।” झील निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल सरंक्षण हेतु स्लोगन, पम्पलेट, साईन बोर्ड के माध्यम से जनता को जागरूक किया जाय। साथ ही वर्षा जल संग्रहण पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने नैनीझील संरक्षण कार्यो में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।
आयुक्त चन्द्रशेखर भट्ट ने राज्यपाल को अवगत कराया कि नैनीताल शहर के घर के छतों का सीवरेज में जाने वाले वर्षा जल को अब अभियान चलाकर नालियों के माध्यम से नैनीझील में पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान राज्यपाल के सचिव रविनाथ रमन, जिलाधिकारी दीपेन्द्र कुमार चैधरी, अधीक्षण अभियन्ता सिंचाई एनएस पतियाल सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।