उत्तरकाशी के धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी, गुरुवार को अभीतक सुरक्षित बचाए गए 43 लोग

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उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल में बादल फटने व बाढ़ के बाद आज तीसरे दिन गुरुवार सुबह से राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह उत्तरकाशी में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर धराली क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में शुरू हेली रेस्क्यू ऑपरेशन को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया में जारी पोस्ट में लिखा है कि कहा कि, ‘आज प्रातःकाल से ही हेली रेस्क्यू शुरू किया जा चुका है। यात्रा मार्ग बाधित होने के कारण फंसे हुए लोगों को मातली हेलीपैड, उत्तरकाशी सुरक्षित लाया जा रहा है।’ रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमों के साहस और समर्पण की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी दल निष्ठा और कार्य कुशलता का आपदा प्रबंधन में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।

ऑपरेशन के दौरान अब तक कई लोगों का रेस्क्यू किया गया है जबकि आर्मी के जवानों समेत कई लोग अभी भी लापता हैं।

राज्य आपदाकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक गुरुवार को अबतक 43 लोगों सुरक्षित बचाया गया है। इनमें से ज्यादातर तीर्थयात्री हैं। जलगांव (महाराष्ट्र) निवासी अनामिका मेहरा ने सपरिवार रेस्क्यू किए जाने पर सरकार का आभार जताया।

इसके अलावा मातली से हर्षिल के बीच शटल सेवा शुरू हो गई है। उकाडा के कुल 08 हेलीकॉप्टर शॉर्टी कर रहे हैं। राजपूताना राइफल्स के 150 जवान, 100 आईटीबीपी कर्मी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में लगी हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर उपचार कर रही हैं। देहरादून, कोरोनेशन और एम्स ऋषिकेश में आईसीयू व जनरल बेड आरक्षित हैं।

एसडीआरएफ के पुलिस महानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी ने बताया कि रेस्क्यू अभियान में जुटी सभी एजेंसियां समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं। प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत पहुंचाना और सामान्य स्थिति बहाल करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

लगातार बारिश से उत्तराखंड के अन्य क्षेत्रों में भी जनजीवन प्रभावित हुआ है। पहाड़ से मैदान तक हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पौड़ी गढ़वाल, चमोली, हरिद्वार और रुद्रप्रयाग समेत कई जिलों में बारिश और भूस्खलन से सड़कों को नुकसान पहुंचा है, जबकि कुछ स्थानों पर जानमाल की हानि हुई है।