उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में 62 महिला अाजमा रही हैं किस्मत

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    उत्तराखण्ड सहित देश भर में संसद व विभिन्न विधानसभाओं में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व प्रदान करने के मामले में हालात अब भी चिंताजनक हैं। चुनाव से पहले महिलाओं को आरक्षण से लेकर तरक्की की चाहत दिखाकर लुभाने में राजनीतिक पार्टियां पीछे नहीं रहना चाहती है, जब उन्हें जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए मैदान में उतारने की बारी आती है तो खुद को समेट ली है। आंकड़े के अनुसार प्रदेश में पुरूष और महिला मतदाता का अंतर पांच हजार से भी कम है। जबकि प्रदेश में कुल 637 उम्मीदवार मैदान में अपना भाग्य अजमा रहे हैं जिससे 62 महिला भी चुनाव लड़ रही हैं। महिलाओं की इतनी कम संख्या में चुनाव मैदान में है।

    बताते चले कि उत्तरखण्ड विधान सभा आम चुनाव 2017 में 75,12,559 कुल मतदाता हैं जिसमें 39,33,564 पुरुष वोटर है और 35,78,995 महिला मतदाता हैं।
    उत्तराखण्ड के केदारनाथ, पौड़ी, चौबट्टाखाल, पिथौरागढ़ और द्वाराहाट सीटों पर महिला मतदताओं की संख्या और पिछले चुनावों में मतदान मामले में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। धारचूला और डीडीहाट में भी वे पुरुषों से अधिक है। फिर भी प्रदेश में तीन सीटों पर मात्र पांच महिलायें मैदान में उतरी है। केदारनाथ में भाजपा प्रत्याशी शैलरानी रावत, तो निर्दलीय आशा नौटियाल तथा चौबट्टाखाल में प्रजा मंडल पार्टी से पूनम कैंतूरा, जबकि मंजू रावत निर्दलीय तथा पिथौरागढ़ में सुषमा माथुर यूकेडी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरी है। डीडीहाट, द्वाराहाट, धारचूला और पौड़ी में एक भी महिला प्रत्याशी नहीं है।