धराली आपदा: हर्षिल क्षेत्र से 367 यात्रियों का रेस्क्यू, 16 लापता

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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के धराली आपदा के तीसरे दिन गुरुवार को हर्षिल से 367 यात्रियों को हेली सेवा के जरिए विभिन्न स्थानों पर पहुंचाया गया। आपदा में लापता लोगों की अनुमानित संख्या 16 बताई जा रही है। शुकवार को भी युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित किए जाएंगे। हेलीकॉप्टर रेस्क्यू कार्य के लिए पर्याप्त संख्या में तैनात हैं।

गुरुवार शाम धराली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विभागाध्यक्ष एवं सदस्य राजेंद्र सिंह ने संचालित राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान ने एनडीएमए के स्तर पर राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार और गृह मंत्रालय पूरी तरह से उत्तराखंड के साथ खड़ा है। उन्होंने धराली में संचालित राहत और बचाव कार्यों को लेकर उत्तराखंड सरकार की सराहना की।

राजेंद्र सिंह ने एनडीएमए, सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन, वायु सेना, मौसम विज्ञान विभाग के साथ ही अन्य विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर रेस्क्यू अभियान को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एनडीएमए के स्तर पर जो भी सहायता उत्तराखंड को चाहिए, वह तुरंत मुहैया कराई जाएगी। एनडीएमए के स्तर पर लगातार रेस्क्यू अभियान की मॉनीटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि धराली में पुनर्निर्माण कार्यों के लिए केन्द्र सरकार के स्तर पर हर संभव आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन को क्षति का प्रारंभिक आकलन रिपोर्ट जल्द भेजने को कहा। उन्होंने बताया कि संभवतः अगले सप्ताह अंतर-मंत्रालय केंद्रीय टीम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने उत्तराखंड आएगी। वहीं उन्होंने हर्षिल के ऊपरी क्षेत्र में बन रही झील की भी निगरानी करने और जल निकासी के लिए जल्द सेना व राज्य की एजेंसियों की एक संयुक्त टीम मौके पर भेजने को कहा। इस अवसर पर एनडीएमए के सदस्य ले.ज. सैयद अता हसनैन भी मौजूद रहे।

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास वीसी के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर एसीईओ प्रशासन आनंद स्वरूप, एसीईओ कियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी आदि मौजूद रहे।

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि गुरुवार को राहत और बचाव दलों की ओर से बड़ी संख्या में यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। गुरुवार को मौसम साफ रहा, जिससे हर्षिल से 367 यात्रियों को हेली सेवाओं से विभिन्न स्थानों पर पहुंचाया गया। आपदा में सेना के 09 और सिविल 07 व्यक्ति सहित कुल 16 लगभग लापता है। दो व्यक्तियों के अब तक शव बरामद किए गए हैं। 2500 खाने के पैकेट हर्षिल भेज गये हैं। राशन को भी भेजा जा रहा है। शुकवार को भी युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित किए जाएंगे। पर्याप्त संख्या में हेलीकॉप्टर तैनात हैं। मौसम अनुकूल रहा तो विभिन्न स्थानों में फंसे लोगों को शुक्रवार को रेस्क्यू कर लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि गुरुवार को यूकाडा के साथ ही वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने रेस्क्यू अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब अगली प्राथमिकता भारी उपकरणों को धराली और बंद सड़कों को खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर पहुंचाने की है।