(उत्तरकाशी) चांइशिल बुग्याल(पहाड़ में घास के मैदान) क्षेत्र में शासन की अनुमति लेकर ट्रेकिंग को गया 16 पर्यटकों का दल मंगलवार की दोपहर के बारिश, बर्फबारी और कोहरे के बीच रास्ता भटक गया। इसकी सूचना जब प्रशासन को मिली तो आपदा प्रबंधन और प्रशासन अलर्ट हो गया तथा रेस्क्यू टीम पुरोला से रवाना की। वहीं देर शाम को बुग्याली क्षेत्र से कोहरा छंट जाने के बाद पर्यटक दल के गाइड जयपाल सिंह चौहान का संपर्क मोरी के बलावट गांव की प्रधान के पति कमल किशोर के साथ हुआ। इसमें जयपाल ने सूचना दी कि वे सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए हैं। उनके साथ दिल्ली और गुड़गांव के 16 पर्यटकों का दल है। बुधवार को वे दल को लेकर बलावट गांव पहुंच जाएंगे।
जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर को चाइंशिल बुग्याल से एक पर्यटक दल के सदस्य का फोन पुलिस को आया कि वे बुग्याली क्षेत्र में कोहरा लगने के कारण रास्ता भटक गए हैं। तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हो रही है। इसके बाद प्रशासन का इस टीम के साथ संपर्क नहीं हो पाया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने बताया कि एसडीआरएफ, पुलिस व वन विभाग की टीम को मौके लिए भेजा गया है। वहीं एक टीम मोरी के बलावट गांव से भी रवाना हुई है।
शाम करीब 7 बजे गाइड जयपाल सिंह चौहान का फोन प्रधान सुंदला देवी के पति कमल किशोर को आया। कमल किशोर ने बताया कि यूथ हास्टल नाम की ट्रेकिंग संस्था दिल्ली व गुडग़ांव के पर्यटकों को लेकर चांइशिल गई थी। कुछ मंगलवार की सुबह लौट आए थे। केवल 16 पर्यटक चांइशिल में हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
चांइशिल के भुतावा नाम के स्थान पर पर्यटकों ने अपने टैंट लगा दिए हैं। दोपहर के समय बारिश, बर्फबारी, ओलावृष्टि और कोहरा लगने के कारण पर्यटक कुछ घबरा गए थे। ये जानकारी उन्हें गाइड जयपाल सिंह चौहान ने दी है। बुधवार को यह दल बलावट गांव पहुंच जाएगा।
                



















































