वेस्ट मैटेरियल बना महिलाओं के लिए स्वरोजगार का माध्यम

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बागेश्वर- घरों में कई समान एेसा होता है जो हमारी नजरों में वेस्ट होता है, और जिसे या तो कूडेदान में डाल दिया जाता है या फिर फेंक दिया जाता है, मगर हूनरमंदों ने उस कूडे को भी एेसा परखा कि वेस्ट मेटिरिटल से ही घरों की रोनक बडा दी, यही नहीं वेस्ट मेटिरियल से अब रोजगार के अवसर भी तलाशे जा रहे है।
कुछ एेसा ही कर दिखाया है बागेश्वर क्षेत्र की महिलाओं ने जिहोंने वेस्ट सामग्री से आकर्षक उपहारों की प्रदर्शनी लगाकर सभी को दंग कर दिया। प्रदर्शनी में हस्त निर्मित सामान की बिक्री भी की गई। इस मौके पर प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केंद्र के कॉडिनेटर ने बताया कि, “अन्य स्थानों पर भी इस तरह की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिससे स्वरोजगार को बढावा मिलेगा, महिलाओं ने बताया कि पहले छोटे स्तर पर शुरु हुआ ये उघोग अब बढ रहा है जिसमें घरों के वेस्ट मेटिरियल को पहले एकत्र किया जाता है फिर उस मेटिरिटल से आकर्षक सामग्री तैयार की जाती है।”
प्रधानमंत्री कौशल केंद्र में चार दीवसीय दीपावली मेला आयोजित किया गया जहा मेले में महिलाओं का कौशल दिखाई दिया। उन्होंने वेस्ट सामग्री से आकर्षक उपहारों की प्रदर्शनी लगाई, हस्त निर्मित सामान की खूब बिक्री भी हुई। केंद्र के कॉडिनेटर ने बताया कि जिले में अन्य स्थानों पर भी इस तरह की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

जिला सेवायोजना अधिकारी शंकर बोरा ने कहा कि, “स्वरोजगार के लिए सरकार तमाम योजनाएं बना रही है। प्रधानमंत्री कौशल केंद्र महिलाओं को प्रशिक्षण दे रहा है, महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं।” उन्होंने वेस्ट सामान की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने हस्त निर्मित सामग्री की सराहना की और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी और समूह में काम करने के लिए प्रेरित किया।

मेले में वेस्ट सामग्री से बने तोस, वाल हेंगिग, झूमर, कुसन आदि की प्रदर्शनी लगाई गई। कौशल विकास से जुडकर अबतक दो दर्जन से अधिक समूह बनाकर सैंकडों महिलाए हल्तकला का हूनर सीख कर आत्मनिर्भर बन गयी है, जिनकी कला को बाजार देने के लिए भी विबाग द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। विभाग के कोर्डिनेटर ने बताया कि समूह की कला को आगे बडाने के लिए विभिन्न जिलों में भी मेले के माध्यम से प्रदर्शनियां लगाी जाएंगी।