यमकेश्वर प्रखंड में गर्मी बढ़ते ही गहराया पेयजल संकट

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ऋषिकेश। यमकेश्वर प्रखण्ड की ग्रामसभा फलदाकोट के गांवों में पेयजल की किल्लत बढ़ने लगी है। ग्राम पंचायत के फलदाकोट सहित भेलडुंग में पानी के नल सूखने लगे हैं।
विदित हो कि भेलडुंग में विगत दिनों ग्राम संरक्षण की पहल को लेकर श्रीमद भागवत कथा के आयोजन से पहले जुगलान बन्धुओं ने पानी की व्यवस्था अपने बलबूते पर की थी, किन्तु जर्जर हुई पानी की पाइप लाइन के बार-बार टूटने के कारण पानी की किल्लत हो रही है। साथ ही पानी की टंकियां पुरानी होने के कारण क्षतिग्रस्त हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर फलदाकोट में पानी के स्टैंड पोल सूखे पड़े हैं, जिसके कारण पथिकों को भी पानी के लिए ग्रामीणों के घरों की ओर रुख करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि पौराणिक गणिका पर्वत पर बने गणिका माता सहित भुवनेश्वरी माता मन्दिर का रास्ता इसी गावं से होकर जाता है। इसलिए यात्रियों को भी बिना पानी के भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थानीय ग्रामीण चंद्र मोहन सिंह और शूरवीर सिंह, कन्हैया लाल सहित भेलडुंग के रविन्द्र जुगलान, पर्यावरण विद् विनोद जुगलान, प्यारेलाल जुगलान, संदीप जोशी, सुभाष चंद्र ने सरकार से पेयजल व्यवस्था दुरस्त कर पेयजल आपूर्ति की मांग की है।
फलदाकोट ग्राम सभा के प्रधान बालम सिंह पयाल से पेयजल किल्लत के बारे में पूछा, तो ग्राम प्रधान का कहना है कि 17 वर्षों में जो विकास होना चाहिए था वह नहीं हुआ, जिसके कारण पानी की किल्लत है। उन्होंने बताया भेलडुंग की पंचायत सदस्य द्वारा नई पाइप लाइन बिछाने की मांग की गई है। उधर पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने कहा कि यमकेश्वर की उपेक्षा बर्दाश्त नही की जाएगी। यदि शीघ्र पेयजल संकट दूर नही हुआ, तो क्षेत्र की विधायक ऋतू खंडूरी के संज्ञान में मामला लाया जाएगा और उदासीन जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा।