विडंबना: उत्तराखण्ड का तीन दिवसीय सत्र 11 घण्टे 16 मिनट चला

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    देहरादून,  उत्तराखण्ड विधान सभा का तीन दिवसीय सत्र 11 घण्टे 16 मिनट तक चला। इसमें दो प्रस्ताव एवं सभी 19 याचिकाओं सदन के पटल पर रखी गईं। सत्र आज बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया।
    विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने सदन की कार्यवाही के सुचारू रूप से चलने के लिए सदन के सभी सदस्यों को धन्यवाद किया। साथ ही बताया कि 24 जून से चल रही तीन दिवसीय सत्र कुल 11 घण्टे 16 मिनट तक चला। सत्र में कुल 716 प्रश्न प्राप्त हुए, जिसमें 164 तारांकित प्रश्नों में 30 उत्तरित हुए, 503 अतारांकित प्रश्नों में 156 उत्तरित हुए। अल्प सूचित प्रश्न कोई भी प्राप्त नहीं हुए।उन्होंने बताया कि अध्यक्ष रहते हुए 11 बार ऐसा हुआ है कि सदन के पटल पर रखे गए सभी तारांकित प्रश्नों को प्रश्नकाल के दौरान निर्धारित समय अवधि उत्तरित कराया गया।
    उन्होंने बताय कि सदन में नियम 105 के अन्तर्गत 02 प्रस्ताव एवं 19 याचिकाओं में से सभी याचिकाएं सदन के पटल पर रखी गयी। इस सत्र के दौरान  उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक,2018 एवं उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक 2019 सदन के पटल से पारित हुए।
    विस अध्यक्ष ने बताया कि नियम 300 के अन्तर्गत 38 सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमें से 07 स्वीकृत एवं 21 सूचनाऐं ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी। नियम 53 के अन्तर्गत 25 सूचनाओं में से 02 स्वीकृत एवं 13 ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी। नियम 58 के अन्तर्गत 9 सूचनाओं में 9 ही सूचनाऐं स्वीकृत की गई। नियम 310 के अंतर्गत एक सूचना प्राप्त हुई और वह नियम 58 में परिवर्तित की गई।