उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने किया “मिलकर रहना सीखो शिविर” का आयोजन

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(देहरादून) परिषद द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय ‘मिलकर रहना सीखो शिविर’ मे बच्चों ने योगाभ्यास से शुरुआत की। योग प्रशिक्षक आनन्द सिंह रावत द्वारा बच्चों को योग का महत्व समझाया गया।
सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक बी के डोभाल द्वारा गणित के प्रति बच्चों के मन में डर को दूर किया गया। उन्होंने गणित के जटिल प्रश्नों को हल करने के आसान तरीके से गणित का फोबिया दूर किया। बच्चों ने खेल ही खेल में कई गणनाएं की।
डोभाल ने बताया कि बच्चों में विलक्षण प्रतिभा है, इन्हें राह दिखाने की आवश्यकता है।
इस दौरान बच्चों के बीच दो वर्गों में निबंध प्रतियोगिता करवाई गई। डॉ अनुरोध मिश्रा के नाम से प्रायोजित निवन्ध प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को नकद पुरस्कार कल श्रीमती मधु बेरी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं के साथ ही दिये जायेंगे।
सामान्य ज्ञान सीनियर वर्ग में क्रमशः ₹2500/-,1500/- व 1000/- तथा जूनियर वर्ग में क्रमशः ₹2000/-,1500/-व1000/- और प्रत्येक वर्ग में ₹500/-के दो-दो सांत्वना पुरस्कार भी दिए जायेंगे।
इसी प्रकार निवन्ध प्रतियोगिता में दोनों वर्गों के विजेताओं को₹5000/- की धनराशि दी जाएगी।
शिविर के दूसरे सत्र में डॉ कुसुम रानी नैथानी द्वारा बच्चों में लेखन के प्रति रुचि उत्पन्न करने के लिए कुछ टिप्स दिए गए, उन्होंने कहा भाषा पर फोकस करना पहला प्रयास होना चाहिए।
भ्रूण हत्या पर अपना प्रस्तुतिकरण देते हुए परिषद के आजीवन सदस्य के पी काला ने नई पीढ़ी को आगे आने की बात की।उन्होंने कहा कि इस समस्या का हल तभी सम्भव है जब कि हम स्वयं जागरूक हो।
द्वितीय दिवस के अन्तिम सत्र में खेल प्रशिक्षक श्रीमती उर्मिला राणा ने बच्चों को खेल के प्रति जागरूक किया। राणा ने जीवन में खेल की अनिवार्यता पर भी चर्चा की।
इस दौरान उपाध्यक्ष श्रीमती मधु बेरी,महासचिव श्रीमती पुष्पा मानस, डॉ कुसुम रानी नैथानी, सयुंक्त सचिव कमलेश्वर भट्ट, कार्यकारिणी सदस्य बी के डोभाल, कुसुम कुठारी, आनन्द सिंह रावत, के पी काला,के पी सती, डी सी भट्ट,पी एस कठैत आदि उपस्थित रहे।
कल स्थानीय भ्रमण के दौरान 55 राजपुर रोड, राजभवन परिसर, विज्ञान धाम व प्रकृति वैली स्कूल में लंच प्रस्तावित है।