गंगा राखी पहनकर नौनिहालों ने ली गंगा को स्वच्छ निर्मल करने की शपथ

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ऋषिकेश,परमार्थ निकेतन ने स्वच्छता और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता हेतु जन जागरण रैली का आयोजन किया। जिसमें ऋषिकेश के प्रकाश भारती, एसवीएन पशुलोक, एसवीएन चन्दे्रश्वर, चन्दे्रश्वर पब्लिक स्कूल तथा परमार्थ गुरूकुल स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने सहभाग किया।

स्वच्छता रैली की शुरूआत परमार्थ निकेतन से होते हुये राजाजी नेशनल पार्क मार्ग, वानप्रस्थ से होकर पूरे स्वर्गाश्रम क्षेत्र में स्वच्छता नारे व स्लोगन, नुक्कड नाटक, स्वच्छता बैनर और झण्डे लेकर स्वच्छता जन जागरण अभियान एवं सफाई अभियान चलाया गया। बच्चों द्वार एक दूसरे को इस संकल्प के साथ गंगा राखी पहनाई गयी की वह गंगा को अपनी बहन की तरह मानेगे और उसकी रक्षा करेंगे।

स्कूली छात्रों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने हेतु परमार्थ निकेतन में चित्रकला और स्लोगन कम्पटीशन का आयोजन किया गया। इस कम्पटीशन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं एवं स्कूलों को स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने पुरस्कार और प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने छात्रों को जल एवं स्वच्छता के विषय में अवगत कराते हुये कहा, जल के बिना जीवन सम्भव नहीं है तथा स्वच्छता के अभाव में स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल वैज्ञानिक यह घोषणा कर रहे है कि भारत में 2030 तक भूजल स्तर वर्तमान समय से आधा हो जायेगा और 2040 तक विश्व का भूजल स्तर भी तीव्र वेग से कम होता जायेगा इसलिये इस दिशा में युवा पीढ़ी को जल संरक्षण क्रान्ति लाने की नितांत आवश्यकता है। जल के बिना सृष्टि पर किसी भी जीव के जीवन की कल्पना करना असंभव है। जल के संरक्षण के लिये तकनीकी, मार्गदर्शन, सहकारिता और जन सहभागिता नितांत आवश्यक है। जल का अशुद्ध होना प्रकृति प्रदत्त समस्या नहीं मानव निर्मित समस्या है। मानव व्यवहार में परिवर्तन कर  कुछ हद तक हम समाधान प्राप्त कर सकते है।