नकल माफिया को नेस्तनाबूद के लिए केंद्रीय एजेंसियों से जानकारी की जाएगी साझा

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    तबादले

    एसटीएफ यूके एसएसएससी स्नातक स्तरीय पेपर लीक मामले में नकल माफिया को नेस्तनाबूद करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों से भी जानकारी साझा करेगी। अब तक इस मामले में सचिवालय और जिला पंचायत सदस्य सहित कुल 18 लोगों की साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तारी की चुकी है। अभी पुलिस के रडार और लोग भी हैं।

    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि नकल माफिया को को लेकर पुलिस अब और चौंकन्ना होकर काम कर रही है। मजबूत कानूनी शिकंजा कसने के लिए एसटीएफ ने न्यायालय में अब तक पंद्रह अहम गवाहों के बयान कलमबंद की है। गवाहों के बारे में जानकारी गोपनीय रखी जा रही है।

    अभी तक गिरफ्तार कुछ अभियुक्तों के पेपर लीक माध्यम से काफी संपत्ति अर्जित करने के तथ्य प्रकाश में आ रहे हैं। साथ ही 83 लाख नकद बरामदगी भी हुई है। इसको देखते हुए यूके एसएसएससी पेपर लीक मामले की एफआईआर के साथ प्रारंभिक रिपोर्ट एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट को भेजी जा रही है। भविष्य में भी जो जानकारी अवैध संपत्ति को लेकर विवेचना में आएगी उसे केंद्रीय एजेंसी से साझा की जाएगी।

    गौरतलब है कि यूके एसएसएससी स्नातक स्तरीय पेपर लीक में बेरोजगार संगठनों और छात्रों की मांग पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने इस मामले को एसटीएफ को सौंपा था। एसटीएफ टीम ने एक के बाद एक अब तक कुल 18 लोगों को गिरफ्तारी करने में सफल रही। इस मामले में जांच और विवेचना अभी चल रही है।