प्रदूषण मुक्ति के लिए सविता ने शुरू की पहाड़ पर साइकिल यात्रा

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हरिद्वार। हौसले बुलंद हों और मन में कुछ करने का जज्बा तो व्यक्ति क्या कुछ नहीं कर सकता। ऐसे ही बुलंद हौसलों को लिए बिहार में जन्मी और कोलकाता में पली-पढ़ी 23 वर्षीया सविता महतो ने पहाड़ पर साइकलिंग करने का फैसला किया है। इसके लिए गुरुवार को वह अपने अभियान के लिए हरिद्वार से रवाना हो गईं। देश में ऐसा पहली बार है कि कोई लड़की पहाड़ पर साइकिल यात्रा करने निकली है।

महतो करीब 4800 किलोमीटर की साइकिल यात्रा के दौरान स्कूल और गावों में जाकर गंगा-यमुना और अन्य नदियों को प्रदूषणमुक्त करने और स्वच्छता के लिए जनजागरण का कार्य करेंगी। करीब 22 दिन तक चलने वाली इस साइकिल यात्रा में सविता करीब 40 स्कूलों में बच्चों के बीच जाकर जनजागरण करेंगी। इस दौरान वे पहाड़ी रास्तों और घने जंगलों आदि से गुजरेंगी। गंगाेत्री और यमुनोत्री भी जाएंगी।
सविता 12 दिन पहाड़ पर साइकिल चलाएंगी। उनका कहना है कि अगर वे पहाड़ पर साइकिल चला सकती हैं तो आप समतल में क्यों नहीं साइकिल चला सकते? अगर साइकिल चलाएंगे तो शरीर फिट रहेगा और वातावरण भी प्रदूषणमुक्त होगा। साइकिल यात्रा हरिद्वार से उत्तरकाशी, हनुमानचट्टी, सीमा, यमुनोत्री, सूर्यकुंड की ओर से देहरादून होते हुए हरिद्वार पहुंचकर सम्पन्न होगी। यात्रा में सविता के गुरु विष्णु सेमवाल भी साथ रहेंगे। सविता देश की ऐसी पर्वतारोही और साइक्लिस्ट हैं, जिन्होंने तीन माह पूर्व पहली बार 12500 किलोमीटर की साइकिल यात्रा ‘पेडल फॉर वीमेन सेफ्टी’ के नाम पर देशभर की यात्रा की थी, जिसके तहत उन्होंने 29 राज्यों से गुजरी थीं।