नहीं रूका अवैध खनन तो 20 अप्रैल को तहसील पर देंगे धरना

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कोटद्वार/पौड़ी। लालपानी सनेह संघर्ष समिति से जुड़े ग्रामीणों की बैठक में प्रतिबंधित खोह नदी में हो रहे अवैध खनन को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की गयी। खोह नदी में बने पुल के पिल्लरों को भी खोद दिया गया है, जिससे पुल के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में जीरो टालरेंस की भाजपा सरकार के राज में प्रतिबंधित खोह नदी में चुगान के नाम पर हो रहे अवैध खनन से आगामी बरसात में ग्रामीणों को बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। शासन-प्रशासन एवं क्षेत्रीय विधायक की शह पर पहली बार भारी भरकम जेसीबी मशीनों से खननकारी भारी मात्रा में रेत, बजरी और पत्थरों की दूसरे प्रदेशों में सप्लाई कर रहे है। कहा कि खनन माफियाओं के द्वारा नियमों को ताक में रखकर प्रतिबंधित नदियों के तटों को भी खोदा जा रहा है, जिससे आने वाले समय में गांवों को बाढ़ एवं किसानों को खेतों के कटाव होने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि खोह नदी में हो रहे अवैध खनन को नहीं रोका गया तो आगामी 20 अप्रैल को ग्रास्टनगंज, कुंभीचैड, लालपानी सनेह की जनता तहसील में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी और प्रदेश सरकार का पुतला भी फूंका जाएगा। इस मौके पर क्षेत्रीय जनता से धरना प्रदर्शन को सफल बनाने का अपील की की गई। बैठक में अंजू पुडीर, विजेश्वरी झिंकवाण, कुसुम भंडारी, सिद्धी देवी, शोभा देवी, महानंद ध्यानी, इंदू देवी, कुसुम नेगी, शंकेश्वर प्रसाद, प्रेम सिंह, दान सिंह, प्रकाश चन्द्र, चन्द्रमोहन, मदन सिंह, सतीश मलासी, आदि ने विचार रखे।