रिजल्ट सुधारने को लगेगी प्रधानाचार्यों की ‘पाठशाला’

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    सरकारी स्कूलों की हालात सुधारने को शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। सबसे पहले स्कूलों की कमान संभालने वाले प्रधानाचार्यों को रिजल्ट सुधारने के लिए पाठशालाएं लगाई जाएंगी। इसमें शासकीय और अशासकीय स्कूलों के प्रधानाचार्यों को अलग-अलग क्लास दी जाएगी। इसके लिए दो अगस्त और चार अगस्त का समय निर्धारित किया गया है।

    उत्तराखंड में अन्य बोर्ड की तुलना में प्रदेश बोर्ड के परिणाम काफी निम्न रहता है। परीक्षाओं में निजी स्कूलों के बच्चे बेहतर रिजल्ट देने में सरकारी स्कूल से आगे रहते हैं। जिस वजह से हर बार शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े होते रहे हैं। सरकार के अच्छे-खासे बजट खर्च करने के बाबजूद सरकारी स्कूलों के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने इस साल सत्र के शुरुआत में ही रिजल्ट सुधारने को लेकर स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ मिलकर योजनाओं पर काम करने का फैसला लिया है। योजना का आगाज दो अगस्त से होगा।
    मुख्य शिक्षा अधिकारी एसबी जोशी सबसे पहले शासकीय स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ मिलकर रिजल्ट सुधारने को लेकर उठाए जाने वाले कदम को लेकर मंथन करेंगे। इसके अलावा बैठक में स्कूलों की परेशानियां, स्कूलों के हालात सुधारने, आंतरिक परीक्षाएं, छात्रवृत्ति को लेकर, बोर्ड परीक्षाओं को लेेकर भी बैठक में विचार-विमर्श करेंगे। शासकीय स्कूलों के अलावा अशासकीय स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ भी रिजल्ट को सुधारने को लेकर जरूरी कदम उठाने पर बातचीत की जाएगी।