दिल्लीवासियों को पड़ रही है दोहरी मार, प्रदूषण कम नहीं हुआ तो बढ़ सकती कई बीमारियां

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नई दिल्ली। राजधानी दिल्लीवासियों को कुछ समय से दोहरी मार झेलनी पड़ रही है क्योंकि अब सर्दी के साथ दम घोटने वाली वायु प्रदुषण भी लौट आई है। कल यानि रविवार को साल में दूसरी बार प्रदूषण का स्तर सबसे से ज्यादा रहा है जिसे देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारों नें दिल्लीवासियों को सलाह दी है अगर बहुत जरूररी काम हो तभी घर से बाहर निकले । वहीं अधिकारियों ने कहा है कि अभी कुछ दिनों तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का स्तर गंभीर श्रेणी में बनी रह सकती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 450 हो तो गंभीर की श्रेणी में आता है। यह साल में दूसरी बार है जब प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहा है। इससे पहले दीवाली के अगले दिन यानि 8 नवंबर को सबसे ज्यादा प्रदूषण था। उस दिन एक्यूआई 571के करीब पहुंच गया था।
इस संबंध में सीपीसीबी ने एक बैठक की है कि कैसे दिल्ली में वायु प्रदूषण के पीएम 2.5 गंभीर एंव आपात श्रेणी के प्रदूषण को कम किया जा सके? अगर पीएम 2.5 काफी लंबे समय से रहा तो कैंसर जैसी बीमारी के साथ अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। उच्चतम न्यायालय द्वारा बनाई गई कमेटी पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण ने बैठक में सिफारिशे दी है जिसमें एजेंसियों को कहा गया है कि वह पहले से तय किए गए उपायों को लागू करने के लिए जमीनी स्तर पर कार्रवाई में तेजी लाएं, खासतौर पर गाड़ियों के उत्सर्जन और बायोमास जलाने पर लगाम लगाएं। और जहां औद्योगिक कचरा डाला जाता है या जलाया जाता है। इसके साथ ही पानी का छिड़काव किया जाए।
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि कम हवा चलने और कम तापमान का दौर अगले तीन-चार दिन जारी रहेगा। इस वजह से प्रदूषकों का छितराव नहीं होगा और अगले दो-तीन दिन तक वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रह सकती है।