60 लाख के बीमा क्लेम के लिये की पत्नी की हत्या, सालभर बाद पुलिस ने किया खुलासा

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(देहरादून) थाना पटेलनगर क्षेत्र में एक साल पहले नीतू उर्फ विधि पत्नी आकाश ठक्कर निवासी टर्नर रोड़ की हत्या मामले का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया है। साथ ही पुलिस ने विधि के पूर्व पति समेत छह लोगों ​को गिरफ्तार किया है। 60 लाख रुपये की इंशोरेंस की रकम के लिए विधि की हत्या की बात सामने आई है। विधि के मौत के आठ महीने बाद परिवार ने हत्या की आशंका जताते हुए एसएसपी से शिकायत की थी। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया था।
वर्ष 2017 में 23 जुलाई को थाना पटेलनगर क्षेत्रान्तर्गत टर्नर रोड़ पर नीतू उर्फ विधि पत्नी आकाश ठक्कर निवासी टर्नर रोड़ की सदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। करीब आठ माह बाद विधि की मां ने उसकी मौत को संदिग्ध मानते हुए एसएसपी को शिकायत की थी।

जांच के दौरान पता चला की मृतका विधि ठक्कर एंव आकाश ठक्कर अपने बच्चे के साथ टर्नर रोड़ पर एक मकान में किराये पर रहते थे। यहीं आकाश ठक्कर ने एक गिफ्ट सेण्टर खोला था। आकाश ठक्कर एंव विधि ठक्कर का वर्ष 2014 में लव मैरिज से शादी हुई थी। वर्ष 2016 मे दोनों के मध्य किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। जिससे 20 जनवरी 2017 को आकाश व विधि का तलाक हो गया लेकिन अपने बेटे वत्स ठक्कर के कारण आकाश एंव विधि साथ रहते थे। इस बीच 23 जुलाई 2017 को विधि ठक्कर की अचानक मौत हो गई। मौत के बारे में आकाश ठक्कर ने रिश्तेदारो को बताया कि विधि की मौत ब्रेस्ट कैसर होने के कारण हुयी है। जांच में पाया गया कि उसे किसी प्रकार की कैसर की शिकायत नही थी। यह भी पाया कि आकाश ठक्कर ने तलाक लेने के बाद 05 अप्रैल 17 को विधि ठक्कर का 60 लाख का इश्योरेंस राया था। जिसमें उसने खुद को नोमिनी बनाया था। विधि ठक्कर की मौत के ठीक 15 दिन बाद आकाश ठक्कर ने उस 60 लाख रूपये पाने के लिये इश्योंरेंस क्लेम फार्म भरकर आईसीआईसीआई कम्पनी को दिया गया, जिसमें उसने अंकित किया कि विधि ठक्कर की मौत प्राकृतिक हुयी है लेकिन जांच की डर से कुछ समय बाद उक्त क्लेम लेने से आकाश ठक्कर ने मना कर दिया।
मामले में साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने 23 जुलाई 18 को घटना में संदिग्ध आकाश ठक्कर से पूछताछ की। उसने बताया कि वह वर्ष 2014 में अपनी दूसरी पत्नी विधि से प्रेम विवाह किया था। जिसके लिए वह अपनी पहली पत्नी साक्षी से तलाक ले लिया था। विधि को अपने पूर्व पति से 15 लाख रुपए मिले थे जिसमें से नौ लाख उसने आकाश ठक्कर खाते में डाले थे। वर्ष 2016 में विधि का एक लड़के के साथ अफेयर शुरू हो गया था वह अपने पहले पति अमित के साथ भी मिलने जुलने लगी थी। इस कारण से वह परेशान रहने लगा। विधि अपने पैसे वापस करने की मांग करने लगी। इसपर आकाश ठक्कर ने विधि की सहमति से शादी तोड दी। उसके बाद भी उसकी पत्नी विधि उसके साथ रहती थी।
आकाश व विधि के बीच की सारी बातें उसके दोस्त अखिल पुत्र किशनलाल निवासी सहारनपुर को पता थी। अखिल ने आकाश से कहा कि वह विधि से उसका छुटकारा करा देगा किंतु पैसे खर्च करने पड़ेंगे। अखिल एवं आकाश ठक्कर ने विधि की मौत के बाद मोटी रकम हासिल करने के लिए उसके नाम 60 लाख रुपये का इंश्योरेंस करवा दिया। जिसका नॉमिनी आकाश स्वयं बन गया। इसके बाद अखिल ने आकाश की मुलाकात डॉक्टर अंकुर सहारनपुर से करायी। जिसने आकाश को बताया कि वह धीरे-धीरे जहर देगा जिससे विधि की मौत हो जाएगी। फिर अंकुर द्वारा कुछ गोली आकाश को दी गई जो उसने विधि को माह जून 2017 देनी शुरू कर दी। इससे विधि की तबीयत खराब हो गई उसे मैक्स हॉस्पिटल में योजना के मुताबिक भर्ती किया गया। फिर मैक्स हॉस्पिटल में आकाश और अखिल एवं विक्रांत के माध्यम से अंकुर द्वारा दिए गए इंजेक्शन को लगाकर विधि की हत्या करने का प्रयास किया गया लेकिन वह उसमें सफल नहीं हो सके। पुन: आकाश ने अखिल के माध्यम से सूर्या नर्सिंग होम मोदीपुरम मेरठ में कंपाउंडर कपिल उर्फ कुलदीप एवं राजेंद्र से संपर्क कर योजना बनाई। योजना के मुताबिक 22 जुलाई 17 कि रात को विधि ठक्कर को ग्लूकोस की ड्रिप में नशे के इंजेक्शन दिए गए और रात को 3:30 बजे के आसपास आकाश के कमरे में कपिल एवं विक्की द्वारा जाकर तकिये से विधि का मुंह दबा कर उसकी हत्या कर दी। इस पूरे षड्यंत्र के लिए आकाश ठक्कर द्वारा सभी अभियुक्तों को चार लाख की सुपारी दी गई थी। आकाश एवं अखिल के बीच यह भी तय किया गया था कि यदि इंश्योरेंस क्लेम 55 लाख प्राप्त होगा तो अखिल उसमें से 15 लाख लेगा और यदि 50 लाख प्राप्त होगा तो 10 लाख रुपए प्राप्त करेगा।
गिरफ्तार अभियुक्त, आकाश ठक्कर पुत्र सतीश ठक्कर निवासी किशनपुरा थाना कोतवाली सदर सहारनपुर उप्र, अंकुर बालियान पुत्र सरदार सिंह निवासी ग्राम गगनोली थाना नागल सहारनपुर उप्र,अखिल पुत्र किशनलाल निवासी आईटीसी कोर्ट के सामने चामुण्डा मन्दिर कोतवाली सदर सहारनपुर उप्र, विक्की उर्फ विक्रान्त पुत्र ऋषिपाल निवासी मजरी थाना दोराला मेरठ उप्र, कपिल उर्फ कुलदीप पुत्र बृजपाल निवासी ग्राम खनोदा थाना पल्लवपुर मेरठ उप्र, राजेन्द्र पुत्र बलजीत निवासी जनता कालोनी मोदीपुरम मेरठ उप्र के रहने वाले है।