उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से आफत की बारिश

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अतिवृष्टि
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उत्तराखंड में पिछले तीन दिन से हो रही लगातार बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की की सड़कें तालाब में जलमग्न होती जा रही हैं। वहीं, चारधाम यात्रा मार्ग भूस्खलन से बार-बार अवरुद्ध हो रहे हैं। गंगा के साथ ही अन्य नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। वहीं, देहरादून, उत्तरकाशी, हरिद्वार सहित अधिकांश जनपदों में स्कूलों में 12 वीं तक की छुट्टी कल ही घोषित कर दी गई थी।

उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में लगातार बारिश के चारधाम यात्रा मार्ग की सड़कें भी भूस्खलन से दरक रही हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री हाईवे भूस्खलन की वजह से बाधित है। लगातार हो रही बारिश से शहरों में कई स्थानों पर जलभराव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है। हालांकि बदरीनाथ हाईवे को बाद में खोल दिया गया।

बद्रीनाथ हाइवे तड़के से लामबगड़ में बंद हो गया था। इसे सुबह खोल दिया गया। हेमकुंड यात्रा जारी है। वहीं, केदारनाथ हाईवे डोलिया देवी फाटा, तिलवाडा के समीप,  रामपुर और चंडिकाधार में भूस्खलन से बंद है। उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू, बडेथी, ओंगी, थिरांग के पास मलबा आने से अवरुद्ध है।

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट के पास 21 जुलाई की शाम से अवरुद्ध है। डाबरकोट में लगातार हल्के पत्थर गिरने के कारण मार्ग सुचारु करने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। उत्तरकाशी के नौगांव में पहाड़ी से पत्थर गिरने से पांच बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। विकासनगर-बड़कोट राष्ट्रीय राजमार्ग खरसुन क्यारी के पास मलबा आने से अवरुद्ध हैं। वहीं, राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार दून सहित उत्तराखंड के कुछ इलाकों में बारिश का दौर जारी रहेगा।

पुल का एक हिस्सा बहा 
हरिद्वार में थाना सिडकुल क्षेत्र के गांव हेतमपुर के बाहर बने पुल का एक हिस्सा वह गया। इससे लोगों को आने जाने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लोग एक हिस्से से होकर गुजर रहे हैं।

नैनी झील का जलस्तर सामान्य से एक फिट तीन इंच ऊपर पहुंच गया। पिछली बार 28  जुलाई को जलस्तर दो फिट तीन इंच अधिक था। सूखाताल झील भी आकार लेने लगी है। झील का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन के साथ प्रक्रति प्रेमी भी खुश हैं।