जानवरों को रोकने के लिये नई तकनीक का होगा इस्तेमाल

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ऋषिकेश। ग्रामीण आवासीय क्षेत्रों में वन्यजीवों और मानव संघर्षो को रोकने के लिए किए गए नवीनतम प्रयासों की श्रंखला में शुक्रवार को एक और कड़ी जुड़ गई। देहरादून वन प्रभाग के ऋषिकेश वन क्षेत्र में श्यामपुर खदरी में वन विभाग की ओर से एन्टी वाइल्ड लाइफ डिस एमिनेटर नामक उपकरण को हाथी प्रभावित क्षेत्र के रास्ते में लगाकर क्षेत्र को ट्रैप किया गया है, ताकि रात के समय वन्यजीवों की आमद पर रोक लग सके। सौरऊर्जा चालित यह उपकरण देश के उत्तर पूर्वी राज्यों में सफल एवं कारगर साबित हुआ है।
वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश आरपीएस नेगी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा लगातार हाथी की आमद की शिकायतें मिलने पर उच्चाधिकारी प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून के आदेश पर फिलहाल प्रयोग के लिए एक उपकरण राजकीय पॉलिटेक्निक श्यामपुर खदरी के समीप लगाया है। सार्थक परिणाम मिलने पर अन्य स्थानों पर भी इसे लगाने के लिए उच्चाधिकारियों से निवेदन किया जाएगा।
एक प्रश्न के उत्तर में प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान ने कहा कि वन्यजीवों से ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए उपकरण विशेषज्ञ को बुलाया गया था जो कि पहले ही डेमो दे चुके हैं। उपकरण के रखरखाव में ग्रामीणों का सहयोग अपेक्षित है। यदि उपकरण की स्थापन के बाद आसपास के स्थानीय सुरक्षा का जिम्मा लेते हैं तो अन्यत्र भी इसी तरह उपकरण लगाए जा सकते हैं।
पर्यावरण विद विनोद जुगलान का कहना है कि यह हिमालयी राज्य उत्तराखण्ड में देहरादून वन प्रभाग की ओर से किया गया पहला अभिनव प्रयोग है जो कि इको फ्रेंडली उपकरण है और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत पर आधारित है। इससे न केवल वन्यजीव मानव संघर्ष कम होगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
रायवाला श्यामपुर क्षेत्र में पाँच वर्षों में गुलदार 25 लोगों को अपना निवाला बना चुका है, जबकि नील गाय, जंगली सुअर और जंगली हाथी भी ग्रामीणों की फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ आवसीय भवनों को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। सोलर सिस्टम से चालित इस अत्याधुनिक उपकरण की लागत सोलर फेसिंग की अपेक्षा बहुत कम है और रखरखाव खर्च न के बराबर है।
इस मौके पर जैवविविधता समिति खदरी के अध्यक्ष विनोद जुगलान विप्र, निवर्तमान ग्राम प्रधान खदरी सरोप सिंह पुण्डीर, वन दरोगा सुरेन्द्र कुमार, वनबीट अधिकारी शिवराज सिंह, वनबीट सहायक धनीराम बैलवाल, वन कर्मी सुनील कुमार कर्णवाल, दीपक ध्यानी, अमृतम जुगलान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।