सदन में चल रहा है मैच फिक्सिंग का खेल : कांग्रेस

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नई दिल्ली, कांग्रेस ने आज (मंगलवार) केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर पिछले 16 दिन से सदन चलने न चलने देने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार चर्चा से भाग रही है लेकिन, सदन से बाहर विपक्ष पर सदन न चलने देने के आरोप लगाया जाता है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को केंद्र पर आरोप लगाते हुए कि सदन आज रूल 198 के तहत ‘वोट ऑफ नो कांफिडेंस मोशन मूव’ (अविश्वास प्रस्ताव) किया था। इसके लिए 50 सदस्यों की आवश्यकता होती है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जिन्हें गिनने में असमर्थता जताई औऱ उन्होंने इस पर बात तक नहीं की| इससे पता चलता है कि सरकार चर्चा से भाग रही है। केंद्र की भाजपा सरकार को ये पता है कि अगर उनकी पोल खुल गई तो केंद्र की मोदी सरकार को बहुत बड़ा धक्का लगेगा। इसका नुकसान आगामी चुनाव में भी हो सकता है। इसलिए ये सोच-समझकर एआईएडीएमके को अपनी बात तक नहीं रखने नहीं दी गई।

खडगे ने स्पष्ट कहा कि ये एक मैंच फिक्सिंग है। एक तरफ सरकार सदन चलाने की बात करती है दूसरी तरफ जो गड़बड़ करने वाले सदस्य हैं उनको उकसाया जा रहा है। सरकार चर्चा से भाग रही है जबकि विपक्ष के नेताओं ने नंबर बोर्ड लगाकर भी सदस्यों की संख्या बताई। आज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा की अध्यक्ष से जाकर मुलाकात की जिसके तुरंत बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। सरकार सदन चलने नहीं देना चाहती| आज 16 दिन हो गए। सदन नहीं चल पा रहा है लेकिन, बाहर मीडिया में आकर विपक्ष पर सदन न चलने देने के आरोप लगाते हैं।

उल्लेखनीय है आज सदन में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी। उसने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया था। मंगलवार को सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले थे। कांग्रेस ने पहले भी वाईएसआर कांग्रेस और टीडीपी के अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन दिया था।

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा के साथ-साथ सभी विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार की पीएनबी धोखाधड़ी, अविश्वास प्रस्ताव समेत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराने में कोई रूचि नहीं है और वह सदन को सुचारू रूप से चलाने का काम नहीं कर पा रही है।