आदमखोर मादा गुलदार का अंत

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ऋषिकेश,  पिछले तीन सालों से राजाजी नेशनल पार्क क्षेत्र के रायवाला में आतंक का पर्याय बने आदमखोर मादा गुलदार 22 लोगों को निवाला बना चुका था जिसका शिकारियों द्वारा बुधवार की तड़के अंत कर दिया गया है। जिसके बाद क्षेत्र के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

पार्क निदेशक सनातन सोनकर का कहना है कि, “यह मादा गुलदार पांच वर्ष की थी व इसके आगे के पंजे व हथेली टूटी हुई थी। इस प्रवृत्ति के कारण वह पूरी तरह आदमखोर बन चुकी थी। जिसने अभी तक एक साल में 22 लोगों पर हमला कर उनकी की जान ले ली थी। जिसे मारे जाने के आदेश सरकार द्वारा दिए गए थे।”

इस आदमखोर मादा गुलदार की शिनाख्त व मारे जाने के लिए वर्क कर्मियों द्वारा शूटर के माध्यम से पिछले एक सप्ताह से राजाजी नेशनल पार्क की बीट नंबर 123 खांडगाव में जाल बिछाया गया था। जहां आज यह आदमखोर मादा गुलदार शूटर प्रशांत मेहता की रेंज में आई और उन के माध्यम से इसका अंत किया गया। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने उसका पोस्टमार्टम कर ने के उपरांत जमी दोस्त कर दिया गया।

यहां यह भी बताते चलें कि इस आदमखोर माझा बुल्ला द्वारा अभी तक राहगीरों सहित स्थानीय नागरिकों पर हमला कर उनकी जान ली जा चुकी थी। जिससे क्षेत्र में मादा आदमखोर गुलदार का आतंक मचा था। मारे जाने या पकड़े जाने के लिए स्थानीय नागरिकों द्वारा कई बार आंदोलन भी किया गया। जिनकी मांग को सरकार द्वारा माल ले जाने के बाद इसे मारे जाने के निर्देश वन विभाग के अधिकारियों ने प्राप्त किए थे।