तंगहाली में अस्पताल, उधार का खाना खा रहे मरीज

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देहरादून। दून व श्रीनगर मेडिकल कॉलेज मरीजों की थाली में उधार का निवाला परोस रहे हैं। इन पर खाने का तकरीबन एक करोड़ बीस लाख रुपये बकाया है। तंगहाली में कैंटीन संचालक के भी पसीने छूट रहे हैं। जिस तरह की परिस्थितियां हैं, खाने पर कभी भी ब्रेक लग सकता है।

राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को हर रोज खाना उपलब्ध कराया जाता है। यह व्यवस्था ठेके पर चलती है। आलम यह है कि मरीजों का खाना ‘उधारी’ पर चल रहा है। नियमानुसार कैंटीन संचालक को तय अवधि में और नियमित भुगतान होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। सीमित बजट होने के कारण अस्पताल हाथ रोककर भुगतान करते हैं, वह भी तय वक्त पर नहीं होता। हाल का ही उदाहरण लीजिए, दून व श्रीनगर मेडिकल कॉलेज पर खाने का एक करोड़ बीस लाख रुपये बकाया है। भुगतान की बानगी देखिए, कैंटीन संचालक को मार्च माह में भुगतान किया गया था। उसके बाद से अब तक एक पाई नहीं मिली। तंगहाली में कैंटीन संचालक को आगे का राशन आदि खरीदने में भी दिक्कत आ रही है। वह भुगतान के लिए लगातार अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। भुगतान न होने से व्यवस्था बनाए रखने में उनके गले-गले आ रही है। स्थिति यह है कि व्यवस्था कभी भी लड़खड़ा सकती है और मरीजों के खाने पर संकट आ सकता है। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। शासन से बजट की मांग रखी गई है और बजट आते ही तुरंत भुगतान कर दिया जाएगा।