गंगा पहुची गंगोत्री

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चार धाम यात्रा का गुरुवार को आगाज शुरू हो गया। गंगा की डोली अपने शीतकालीन निवास मुखवा जिसे गंगा का मायका भी कहा जाता है। मुखबा से गंगोत्री के लिए धार्मिक विधि विधान से रवाना हुई अौर शुक्रवार को वह गंगोत्री पँहुची। गंगा की डोली का रात्रि विश्राम भैरोघाटी स्थित भैरव मंदिर में था।

गंगोत्री मंदिर के पंडा पुरोहित, भारी संख्या में स्थानीय जन समूह व तीर्थ यात्रियों की मौजूदगी में स्थानीय वाद्य यंत्रों व आर्मी बैंड की थाप पर गंगा की डोली मुखबा से रवाना हुई। भले ही देश और दुनिया में गंगा को मां के रूप में पूजा जाता हो किंतु मुखबा गांव में गंगा को एक बेटी की तरह विदा किया जाता है। अौर साथ में होता है बेटी के साथ मायके का कलेऊ।