खनन की ट्रैक्टर ट्राली छुड़ाने को किया फायरिंग व पथराव

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सोनप्रयाग
Representative

काशीपुर। आईटीआई थाना व कुण्डेश्वरी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी की सीमा पर स्थित कोसी नदी से अवैध खनन की टै्रक्टर ट्रालियां पकड़ कर ले जा रही पुलिस टीम पर खनन माफियाओं ने हमला बोल दिया। हमलावरों ने न सिर्फ पथराव किया बल्कि हवाई फायरिंग भी की। जवाब में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी। हमले में एक उपनिरीक्षक समेत चार लोग घायल हुए हैं। बाद में पुलिस ने हमलावरों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की तथा कई हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है।

अपर पुलिस अधिक्षक डा. जगदीश चन्द्र व सीओ राजेश भट्ट को पिछले काफी दिनों से कोसी नदी पर उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगे घाटों पर अवैध खनन कारोबारियों द्वारा अवैध रूप से खनन करने की शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों को पुलिस अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए एएसपी के नेतृत्व में चौकी सुल्तानपुर पट्टी,  थाना आईटीआई, कुण्डेश्वरी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी व काशीपुर कोतवाली की चार पुलिस टीमें बनाकर बीती रात दो बजे से छापेमार अभियान चलाया गया। चारों टीमों ने अलग अलग सीमाओं से लगे उत्तराखण्ड की सीमा के भीतर कोसी नदी के घाटों बेगमावाद, अजीतपुर, परमानन्दपुर, मुकंदपुर में अवैध खनन कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी की। इस दौरान बेगमावाद में गई पुलिस टीम ने कुछ टैक्टर ट्रालियों को अवैध खनन करते पकड़ लिया। पुलिस टीम इन टै्रक्टर ट्रालियों को लेकर चली तो खनन कारोबारियों ने पुलिस टीम पर अचानक पथराव शुरू कर दिया तथा हवाई फायरिंग करके पुलिस कर्मियों को दौड़ाना शुरू कर दिया। जिससे पुलिस टीम में हड़कंप व अफरा तफरी मच गई। अचानक हुए हमले से बचाव के लिए पुलिस टीम ने मुख्य सड़क पर आकर हमलावरों पर कई राउंड फायर भी किया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई से हमलावर पीछे हटे और अंधेरे का लाभ उठाते हुए फरार हो गए।

खनन माफियाओं के हमले में उपनिरीक्षक योगेश दत्त, कांस्टेबिल अरविंद चौधरी, मनोज देबड़ी व चेतन चौहान गंभीर रूप से घायल हो गये। उन्हें सरकारी अस्पताल में लाया गया। जहां एसआई योगेश दत्त, मनोज देबड़ी, चेतन चौहान को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी, जबकि अरविंद चौधरी की हालत गंभीर होने पर उसे भर्ती कर लिया गया।

सीओ राजेश भट्ट ने बताया कि हमले के दौरान पुलिस को जवाबी कार्रवाई में तीन राउंड फायरिंग करनी पड़ी।  बताया कि इस मामले में चार ट्रैक्टर ट्राली व एक ट्रैक्टर को कब्जे में लेते हुए उसे सीज कर दिया गया है। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस पर किये गये जानलेवा हमले, अवैध खनन आदि धराओं में हिरासत में लिये गये लोगों को नामजद करते हुए 20 25 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। छापामार पुलिस टीम में एएसपी डा. जगदीश चन्द्र के अलावा सीओ राजेश भट्ट, काशीपुर कोतवाल चंचल शर्मा, आईटीआई थानाध्यक्ष जसवीर चौहान, कुण्डेश्वरी चौकी इंचार्ज दिनेश फत्र्याल, उपनिरीक्षक योगेश दत्त व उक्त घायल पुलिस कर्मचारियों के अलावा तमाम पुलिसकर्मी शामिल रहे।

 जिस समय पुलिस पर हमला हुआ तो पुलिस के असलहे दगा दे गए, जिस कारण चार पुलिस कर्मियों को घायल होना पड़ा। इस बात की पुलिस महकमे में चर्चा रही कि पुलिस की गोली मिस हो गई। चूंकि पुलिस की टीमें इधर उधर थी, लिहाजा सभी टीमों ने हमलावरों की घेराबंदी शुरू की तो हमलावरों के हौंसले पस्त हो गए।

दुस्साहसिक वारदात नहीं होंगी बर्दाश्त: एसएसपी डा. सदानंद एस दाते ने कहा कि यह दुस्साहिक वारदात है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसएसपी ने कहा कि चोरी का माल लेने वाले स्टोन क्रशरों पर भी कार्रवाई होगी। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं।

पहले भी खनन माफिया कर चुके हैं हमला

काशीपुर। बीते वर्ष 2016 में आईटीआई व कुण्डेश्वरी चौकी क्षेत्र में खनन माफियाओं एवं काशीपुर, सुल्तानपुर पट्टी, आईटीआई पुलिस की संयुक्त टीम के बीच कई बार मुठभेड़ हो चुकी है जिसमें अवैध खनन करने वालों ने आधुनिकअसलहों का खुलकर प्रयोग किया जा चुका है। इन मुठभेड़ों के दौरान पुलिस टीम के कई लोगों ने सरकारी वाहनों के नीचे छिपकर अपने प्राणों की रक्षा की थी। पुलिस आज तक उक्त मुठभेड़ों के दौरान अवैध असलहों का प्रयोग करने वाले व अवैध खनन करने वालों का कोई सुराग लगाने में नाकाम रही है। अलबत्ता पुलिस ने इन मुठभेड़ों के दौरान जेसीबी समेत कई वाहनों को अपने कब्जे में जरूर लिया है।