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मकर संक्रांति के बाद देवभूमि में बदला मौसम

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ऋषिकेश, लोहड़ी और मकर संक्रांति के बाद मौसम ने यू-टर्न ले लिया है। सुबह आठ बजे सूर्यदेव निकले और उनकी किरणों ने धरती पर अपनी चमक बिखेरी तो एकाएक सर्दी शरमा गई। दिन के समय ऐसा लगने लगा, मानो सर्दी गायब हो गई। पिछले कई दिनों से कड़ाके की ठंड से परेशान लोगों को सुबह से निकली धूप ने राहत दी।

तीर्थ नगरी में मौसम के बदलते मिजाज से सोमवार को पौराणिक मान्यताएं सच साबित होती दिखी। लोहड़ी और मकर सक्रांति का पर्व के एक दिन बाद ही ऋतु परिवर्तन की आहट लोगों को लगने लगी है। कड़ाके की ठंड और कोहरे से पिछले कई दिन से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा था।सोमवार को सुबह से खिली धूप से लोगों को काफी राहत मिली और लोग समय से अपने काम पर निकले। घरों में महिलाओं ने अपना काम निपटाया और उसके बाद वह छत पर ही बैठी नजर आईं।

शहरी क्षेत्र से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में भी धूप निकलने से किसानों ने जमकर खेती का काम किया। एम्स हॉस्पिटल सहित ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय में वार्ड में ठंड से परेशान मरीज भी धूप देखकर बाहर निकल आए। वह अस्पताल परिसर में धूप में बैठे रहे। ठंड से पशु-पक्षियों ने भी राहत की सांस मिली है।

आईएमए को बाईपास बनाने की कसरत तेज

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देहरादून, भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) की पासिंग आउट परेड (पीओपी) के दौरान पांवटा साहिब राजमार्ग को कई दिनों तक दिन में यातायात के लिए बंद कर दिया जाता है। ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग के वाहनों को किसी तरह तंग गलियों से गुजारा जाता है। पीओपी के दौरान यातायात बाधित न हो, इसके लिए यहां अंडरग्राउंड टनल बनाने की योजना तो परवान नहीं चढ़ पाई, लेकिन आइएमए को बाईपास करने की एक नई योजना पर काम शुरू किया गया है। यह योजना है कि कौलागढ़, बाजावाला, मसंदावाला, फुलसैनी, नंदा की चौकी डबल लेन मार्ग निर्माण की जाए।

मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप इस सड़क का निर्माण किया जाना है और लोनिवि प्रांतीय खंड ने प्रथम चरण के कार्य (जमीन अधिग्रहण) की स्वीकृति को प्रस्ताव शासन को भेज दिया है।  प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता एएस भंडारी के मुताबिक, यह मार्ग करीब डबल लेन होगा, जबकि अभी यह मार्ग महज सिंगल लेन और कहीं पर इसकी चौड़ाई सिंगल लेन के अनुरूप भी नहीं है। ऐसे में यह बल्लूपुर चौक से प्रेमनगर से आगे नंदा की चौकी तक जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग की शक्ल नहीं ले पा रहा। जैसे ही शासन से प्रथम चरण की स्वीकृति मिल जाएगी, जमीन अधिग्रहण और डीपीआर बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

20 हजार की आबादी को सीधा लाभ: पांवटा साहिब जाने या वहां की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए तो यह वैकल्पिक मार्ग का काम करेगा ही, इससे बाजावाला, मसंदावाला, फुलसैनी, जामुनवाला, आमवाला, नंदा की चौकी क्षेत्र की करीब 20 हजार की आबादी को सीधा लाभ भी मिलेगा। साथ ही इस मार्ग पर हरियाली की भी भरमार है। लिहाजा, पर्यटकों के लिहाज से भी मार्ग पर आवाजाही बढ़ सकती है, जिससे मुख्य मार्ग पर वाहन दबाव भी कम हो सकेगा।

अभी निजी वाहन ही विकल्प: इस मार्ग पर आवागमन के लिए लोग अभी निजी वाहन पर ही निर्भर रहते हैं। मार्ग के डबल लेन बन जाने के बाद मार्ग को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भी अधिकृत कर दिया जाएगा।

एक किलोमीटर कम होगी दूरी: वर्तमान में यदि बल्लूपुर से नंदा की चौकी जाने की बात करें तो यह दूरी करीब 11 किलोमीटर की है।जबकि नंदा की चौकी आने-जाने के लिए बनने वाले डबल लेन वैकल्पिक मार्ग की दूरी लभगभ 10 किलोमीटर रहेगी। मार्ग के प्रारंभिक इस्टीमेट में इसकी लागत 25.39 करोड़ रुपये आंकी गई है, हालांकि समय के साथ इसमें बदलाव संभव है। 

खेलमंत्री ने किया खेलो इंडिया गीत का शुभारम्भ

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नई दिल्ली, खेलों के क्षेत्र में सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम “खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” की शुरूआत 31 जनवरी से शुरू हो रही है। एक कार्यक्रम में खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने खेलो इंडिया गीत का शुभारम्भ किया। गीत का संकलन ओगिलवी द्वारा किया गया है। गीत को लूइस बैंक द्वारा कंपोज किया गया है। गीत के बोल “और खेलना चाहते हैं हम,खूब खेलो साथ में हैं हम” है।

इस अवसर पर खेलमंत्री ने कहा कि भारत में खेल की प्रतिभाएं काफी हैं, लेकिन सही मार्गदर्शन, खुराक और मौका न मिलने की वजह से वह दम तोड़ देती हैं, खेलो इंडिया स्कूल गेम्स योजना से ऐसी ही प्रतियोगिताओं को हम आगे लाएंगे।

खेलमंत्री ने कहा कि, “हम इन खेलों से प्रतिवर्ष एक हजार खिलाड़ियों को चुनेंगे 8 साल तक प्रत्येक वर्ष 5 हजार रूपये प्रतिमाह देंगे। हमारा लक्ष्य 5 साल में पांच हजार खिलाड़ियों को चुनने का है और उन्हें प्रशिक्षित कर देश के लिए ओलंपिक में पदक जीतने का सपना पूरा करना है।” 

उन्होंने कहा कि, “खेलो इंडिया केवल सरकार की योजना ही नहीं बल्कि पूरे देश की है और यदि यह योजना सफल होती है तो हम इसे 12 वर्ग की आयु से शुरू करेंगे।”

बता दें कि “खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” फिलहाल अंडर-17 वर्ग से शुरू हो रही है। 

जनरल रावत के बयान से भड़का चीन

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बीजिंग , भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत के बयान से चीन भड़क गया है। उसका कहना है कि जनरल का बयान से दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ेगा और सीमा पर स्थिति बिगड़ेगी।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने जनरल बिपिन रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिछले एक साल में भारत और चीन के संबंधों में काफी उतार-चढ़ाव बना रहा है। लेकिन पिछले साल सितंबर में ब्रिक्स सम्मेलन के इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात में रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने के लिए उनमें आम राय बनी थी।

प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी कोशिशों के बीच भारत के वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से ऐसी टिप्पणी रचनात्मक नहीं है। यह बातचीत की प्रक्रिया को पटरी से उतार सकती है, इससे सीमा पर शांति बनाए रखने की प्रक्रिया पर भी असर पड़ सकता है।

लू ने कहा कि चीन और भारत अहम पड़ोसी हैं, वे राष्ट्रीय विकास एवं उत्थान के निर्णायक चरण में हैं। दोनों देशों को सामरिक संवाद बढ़ाना चाहिए, सामरिक संदेह दूर करना चाहिए और सामरिक सहयोग संचालित करना चाहिए।

प्रवक्ता ने कहा, “हम भारतीय पक्ष से अपील करते हैं कि वह दोनों नेताओं की ओर से बनी आम राय के बाद के कदमों पर काम करे ताकि सीमाई इलाकों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के उपाय किए जा सकें और ऐसी चीजों से परहेज किया जाए जिससे हालात जटिल होते हों। जरूरी मामलों को रचनात्मक तरीके से संभाला जाए और द्विपक्षीय संबंधों के निरंतर विकास को बढ़ावा दिया जाए। इससे समूचे क्षेत्र एवं भारतीय पक्ष के साझा हित सधेंगे।

एक सवाल के जवाब में लू कांग ने जनरल बिपिन रावत के बयान का हवाला देते हुए कहा कि डोकलाम पर चीन का रुख साफ है। डोकलाम चीन का हिस्सा है और हमेशा चीन के अधिकार क्षेत्र में रहा है।

विदित हो कि दो दिन पहले ही जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि, “भारत को पाकिस्तान के साथ लगती सीमा के साथ-साथ पूर्वी सीमा पर भी ध्यान देने की जरूरत है।” उन्होंने कहा, “कि चीन अगर मजबूत है तो भारत भी अब कमजोर नहीं है। भारत अपनी सीमा पर किसी भी देश को अतिक्रमण नहीं करने देगा।”

दो महिलाएं गिरफ्तार, 20 लीटर अवैध शराब बरामद

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गोपेश्वर, चमोली थाना कोतवाली पुलिस ने सैकोट में छापेमारी के दौरान दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 20 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद हुई है। कच्ची शराब बनाने की दो भट्टियों के साथ ही कच्ची शराब बनाने में प्रयुक्त 1500 लीटर लाहन मौके पर नष्ट कर दिया गया।

कोतवाली थाना प्रभारी दीपक रावत ने बताया कि रविवार की देर शाम पुलिस टीम ने सैकोट क्षेत्र में छापेमारी की। दो महिलाओं को गिरफ्तार कर उनके पास से 20 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की गई है। शराब बनाने की दो भट्टियों के अलावा शराब बनाने में प्रयुक्त होने वाले 1500 लीटर लाहन भी मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।

धर्म नगरी में खूब बिक रही है अवैध शराब पुलिस ने 7 पेटी के साथ किया दो तस्करों को गिरफ्तार

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ऋषिकेश, पुलिस ने 7 पेटी देशी शराब के साथ दो शराब तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से 7 पेटी शरावब व एक कार बरामद की। शराब तस्करों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश कोतवाली के नेतृत्व में चलाए जा रहे चैकिंग अभियान के अंतर्गत जंगलात बैरियर देहरादून रोड से चैकिगं के दौरान पुलिस ने दो शराब तस्करों दिलशेर खान पुत्र अनीस खान,निवासी-44ध्6 गांधी रोड, तथा शिवा सिंह पुत्र राधेश्याम निवासी- सी 7 रिस्पना नगर नेहरू कॉलोनी,को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से 7 पेटी अवैध देशी शराब जाफरान व टाटा इंडीगो कार बरामद की।

जनसुनवाई दिवस पर 32 शिकायतें दर्ज

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रुद्रपुर, जनसुनवाई दिवस पर फरियादियों द्वारा कुल 32 शिकायतें दर्ज कराई गईं हैं। वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने प्रत्येक सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित होने वाले जनसुनवाई कार्यक्रम में फरियादियों की समस्याएं सुनते हुए अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण हेतु ई-मेल के माध्यम से कई शिकायतों पर कार्रवाई का विवरण 15 दिन के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हस्तान्तरित की गई समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से करना सुनिश्चित कर कृत कार्रवाई से सम्बन्धित फरियादियों को भी अवगत कराना सुनिश्चित करें। साथ ही समय-समय पर क्षेत्र भ्रमण करते हुए अपने विभागों से सम्बन्धित जन समस्याओं का निराकरण करने के भी निर्देश दिए। जन सुनवाई में फरियादियों द्वारा कुल 32 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें अतिक्रमण हटवाने, अन्त्योदय राशन कार्ड बनवाने, कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराने, जमीन का पट्टा दिलाने, फर्जी मुकदमें की जांच कराने आदि से सम्बन्धित प्रमुख समस्याएं दर्ज कराई गईं।

उत्तराखंड को मिल जाएंगी नहरें और अलकनंदा होटल

ऋषिकेश, यूपी के 7 परिसंपत्ति विवाद पर मुख्यमंत्री बोले अलकनंदा होटल और नहरों के विवाद का विस्तारीकरण हो चुका है अब उत्तराखंड को मिल जाएंगी लहरें और अलकनंदा होटल, यह कहना है मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत  का।

परमार्थ निकेतन पहुंचकर प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गंगा तट पर किल बेस्ट मशीन का शुभारंभ किया जिसके द्वारा परमार्थ निकेतन से निकलने वाला कूड़े का निस्तारण खाद के रुप में किया जाएगा इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, “इस मशीन के द्वारा ऋषिकेश के क्षेत्र में प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी और पर्यटन नगरी स्वच्छ सुंदर बनेगी जिससे यहां की छवि को फायदा होगा।”

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उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच सालों से लटका परिसंपत्तियों का मामला अब सुलझ गया है, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने परमार्थ निकेतन पहुंचकर बताया कि, “आज यूपी सरकार के साथ परिसंपत्ति मामलों पर बातचीत हुई है जिसमें अलकनंदा होटल और नेहरू से संबंधित मामले सुलझ गए हैं अब परिसंपत्ति का कोई विवाद उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड का नहीं है और यह संपत्तियां उत्तराखंड के हिस्से आ गई है जिससे आने वाले दिनों में उत्तराखंड को राजस्व के साथ साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी लाभ मिलेगा।”

एनएच घोटाले में हर दिन नया मोड

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बाजपुर, मुआवजा घोटाले में हर दिन नये मोड आ रहे हैं जिसको लेकर एसआईटी भी असमंजस में है, वहीं अब एनएच 74 घोटाले में नया मोड ये आ गया है कि 143 की ज्यादातर फाईलों में हस्ताक्षर फर्जी पाये गये है, यही नहीं मुआवजा क्या फर्जी हस्ताक्षरों के आधार पर हो गया या फिर ये सोची समझी साजिश थी? अब एसआईटी के लिए घोटालेबाजों के साथ ही हस्ताक्षरों की जांच भी अहम हिस्सा बनता जा रही है।

एनएच मुआवजा घोटाले में एसआइटी लगातार शिकंजा कसती जा रही है, अब एक ही दिन में मुआवजा पाने वाले बाजपुर के 22 काश्तकार भी एसआइटी के राडार पर हैं। अब तक की कार्यवाही से भले ही कई बडे नामों के सामने आने से एनएच मुआवजा घोटाले की परतें खुली हों लेकिन बाजपुर तहसील और भी कई राज खोलेगी, जिसमें और कई बडे नामो के सामने आने की उम्मीद है।

एसआइटी कई तहसीलों के किसानों और अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन बाजपुर तहसील में सबसे अधिक देर लगने वाली है। क्योंकि बाजपुर में सबसे ज्यादा लोग निशाने पर हैं। खास बात यह है कि एसआइटी ने बाजपुर के एक ही दिन में मुआवजा पाने वाले 22 काश्तकारों पर निगाहें तिरछी कर दी हैं। एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने बताया कि यह काश्तकार पर एसआइटी की राडार पर हैं। इनसे कभी भी पूछताछ और अभिलेखों की जांच हो सकती है। वहीं मुआवजा कितना किसको मिला है और कितना दर्ज है। इन सभी बिंदुओं पर गहनता से पूछताछ कर सकती है।

मौत का रहस्या जानने के लिए खोदी कब्र

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काशीपुर, क्या कब्र रहस्य खोल पायेगी शबीना की मौत का, या फिर शबीना के प्रेमी नवाब को मिलेगा इन्साफ, ढाई माह पूर्व हुई शबीना की मौत के मामले में तब नया मोड आ गया। शबीना के परिजनों ने न्यायलय की शरण लेते हुए शबीना की मौत पर सवाल खडे किय़े और कब्र खुदवाने की मांग की, वहीं कोर्ट के आदेशों पर भारी पुलिस बल की निगरानी में शबीना की कब्र खुदवायी गयी।

मौत का रहस्य खोलने के लिए खुदवायी गयी ढाई माह पुरानी शबीना की कब्र: 
कब्र में दफन हुए राज को पर्दाफाश करने के लिए कोतवाली पुलिस ने कब्र को खोदकर शबीना को निकाला बाहर, साल 2007 मे काशीपुर के जसपुर खुर्द निवासी मोहम्मद इसहाक की पुत्री शबीना का प्रेम प्रसंग के चलते नगर के नई बस्ती निवासी नवाब के साथ विवाह हुआ था, जिसके बाद बीती 22 अक्टूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में शबीना की मौत हो गई थी। जहां ससुराल पक्ष ने आनन-फानन उसको सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था, मामले को संदिग्ध मानते हुए मृतिका शबीना के भाई मेहंदी हसन ने काशीपुर न्यायालय मैं 156 (3) के तहत अपनी बहन शबीना को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और धीमा जहर देकर मौत की नींद सुलाने का आरोप लगाते हुए ससुराल पक्ष के खिलाफ अपील दायर की थी। वहीं परिजनों की अपील पर सुनवायी करते हुए कार्ट के आदेशों पर शबीना की कब्र खुदवायी गयी। वहीं शबीना के पति का कहना है कि बिमारी के चलते उसकी मौत हुई है, जिसका इलाज भी शहर के एक निजी अस्पताल में किया गया था, जहां उसकी मौत हुई है।

वहीं कोर्ट के आदेशों पर पुलिस ने कब्र खोदकर शबीना का शव बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, कोतवाली प्रभारी चंचल शर्मा ने बताया कि धारा 302 201 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर मृत्यु का कारण जानने के लिए कब्रिस्तान से शबीना की कब्र खोदकर मृतका को बाहर निकाला गया, इस दौरान कब्र से शबीना को बाहर निकलते समय मृतका शबीना का परिजन और मोहल्ले वासियों सहित बड़ी तादाद में पुलिस अमला मौजूद रहा।
शबीना की मौत का राज तलाशने के लिए कब्र खुदवा दी गयी है, और शव को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया है, फिलहाल रिपोर्ट आना अभी बाकी है, एक ओर जहां शबीना का पति खुद को निर्दोश साबित करने के लिए हर चुनौति के लिए तैयार है, तो वहीं शबीना के परिजन मौत का राज जानने के लिए उत्सुक है , देखना होगा कि आखिर कब्र खोदकर शबीना की मौत का क्या राज निकलता है।