विरोध के बाद बैकफुट पर दून विश्वविद्यालय

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दून विश्वविद्यालय छात्र परिषद अध्यक्ष निष्कासन के बढ़ते विरोध के चलते विवि प्रशासन ने निष्कासन को स्थगित कर दिया है। छात्र प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता के बाद विवि प्रशासन ने यह निर्णय लिया। विवि के कुलसचिव ने इसकी पुष्टि की।
छह माह के लिए किया था निष्कासित
दून विवि छात्र परिषद अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह चौहान को एक पुराने आरोप में विवि प्रशासन ने सोमवार को छह माह के लिए विवि से निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद छात्र ने कुलपति कार्यालय में तालाबंदी कर कैंपस में जमकर हंगामा काटा। दूसरे दिन मंगलवार को भी छात्रों ने विवि कैंपस में वीसी के खिलाफ नारेबाजी कर धरना दिया। विवि के मुख्य गेट पर पुलिस बल तैनात किया गया था और अंदर जाने वाले प्रत्येक छात्र की जांच की जा रही थी। जिसका डीएवी कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष शुभम सेमल्टी ने कड़ा विरोध किया और विवि के कुलसचिव से इस संबंध में बात की। जिसके बाद छात्रों को कैंपस में प्रवेश करने दिया गया। शुभम सेमल्टी ने कैंपस में छात्रों को संबोधित करते हुए वीसी पर आरोप लगाए कि वे अपने शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। जिसका जमकर विरोध किया जाएगा।
वार्ता के बाद निष्कासन किया रद्द
सत्येंद्र चौहान ने आरोप लगाए कि वे छात्र हितों के मुद्दों को लेकर कुलपति से मिले थे छात्रों के मुद्दों का समाधान करने के बजाए उन्हें छह माह के लिए विवि से निष्कासित कर दिया गया जो सरासर गलत हैं। दोपहर बाद छात्र प्रतिनधिमंडल को विवि प्रशासन ने वार्ता के लिए आमंत्रित किया। जहां सत्येंद्र चौहान ने अपना पक्ष रखा और उनके बाद विवि प्रशासन ने निष्कासन स्थगित करने का निर्णय लिया।
इस मामले में किया था निष्कासित
31 मई 2016 को दून विवि में असिस्टेंट प्रोफेसर पद की नियुक्ति के साक्षात्कार के दौरान छात्रों ने हंगामा किया था। छात्रों का आरोप था कि विवि जानबूझकर गलत नियुक्तियां कर रहा है। इस दौरान प्रो.कुसुम अरुणाचलम व अन्य शिक्षकों के साथ अभद्रता की थी। इसकी तत्कालीन वीसी प्रो.वीके जैन ने जांच बैठाई थी। इसी मामले में सत्येंद्र चौहान पर निष्कासन की कार्रवाई हुई।

बयान
दून विवि छात्र परिषद अध्यक्ष सत्येंद्र चौहान ने प्रोक्टोरियल बोर्ड के समक्ष प्रार्थना पत्र देकर अपने ऊपर लगे आरोपों पर पुन: विचार करने का आग्रह किया और निर्णय आने तक उसके निष्कासन को स्थगित करने का आग्रह किया। जिसे बोर्ड ने स्वीकार कर लिया है।
– डा. मंगल सिंह मंद्रवाल, कुलसचिव, दून विवि
दून विवि प्रशासन ने छात्र प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के बाद विवि छात्र परिषद अध्यक्ष सत्येंद्र चौहान का छह माह का निष्कासन स्थगित करने का निर्णय लिया है जिसके बाद छात्रों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। डीएवी कॉलेज छात्र संघ हर मोर्चे पर दून विवि छात्र परिषद अध्यक्ष के साथ खड़ा रहेगा।
– शुभम सिमल्टी, अध्यक्ष, डीएवी पीजी कॉलेज
छात्र प्रतिनिधिमंडल के साथ मंगलवार दोपहर को कुलपति कार्यालय में रजिस्ट्रार की उपस्थिति में वार्ता हुई जिसमें छात्र परिषद ने अपना पक्ष रखा। वार्ता के बाद दून विवि प्रशासन ने मेरा छह माह का निष्कासन फिलहाल स्थगित कर दिया है। विवि प्रशासन के साथ छात्र हितों के मुद्दों पर वार्ता जारी रहेगी।
– सत्येंद्र चौहान, अध्यक्ष, दून विवि छात्र परिषद