गौरी लंकेश की हत्या पर दून के पत्रकारों में रोष

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    उत्तरांचल प्रेस क्लब में बुधवार को पत्रकारों ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए शोक सभा का आयोजन किया।

    बुधवार को प्रेस क्लब महांमंत्री भूपेंद्र कंडारी ने कहा कि 55 वर्षीय लंकेश को बेंगलुरु स्थित उनके घर के सामने गोली मार मारना लोकतंत्र के लिए खतरा है। इस हत्या से पत्रकार समाज में आक्रोश व्याप्त है।
    प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अनूप गैरोला ने कहा कि सत्य के खिलाफ आवाज उठाना एक पत्रकार को महंगा पड़ गया, उसकी घर में गोलियां से भूनकर हत्या से यह साबित हो गया कि सच लिखने और सच के लिए लड़ने वाले पत्रकारों का जीवन भगवान भरोसे है।
    कंडारी ने कहा कि आखिर कब तक पत्रकारों के साथ ऐसा सलूक होता रहेगा ? जो पत्रकार अपनी जान की बाजी लगाकर आपको खबरें पहुंचता हैं, हमेशा सत्य के साथ खड़ा रहता हैं। लेकिन फिर उसके साथ ऐसा सलूक किया जाएं, ये घिनौना अपराध है।
    प्रेस क्लब सभागार में गौरी लंकेश की मृत्यु पर आयोजित शोक सभा में दो मिनट का मौन धारण कर पत्रकारों ने गौरी की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। साथ ही गौरी के हत्यारों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाने केंद्र और कर्नाटक राज्य सरकार से मांग की है।
    शोक सभा में वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन सेठी, एमएस मलिक, देवेंद्र नेगी, चेतराम भगत, हिमांशु पैन्यूली, महिला पत्रकार संघ से गीता बिष्ट आदि मौजूद रहे।
    प्रेस क्लब के महामंत्री भूपेंद्र कंडारी ने बताया कि महिला पत्रकार संघ बुधवार शाम छह बजे गौरी लंकेश की हत्या के विरोध में उत्तरांचल प्रेस क्लब से घंटाघर तक कैंडिल मार्च निकालेगा।
    महिला पत्रकार संघ की सदस्य गीता बिष्ट, लक्ष्मी बिष्ट, मंजू काला आदि ने कैंडिल मार्च में अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील की है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को गौरी लंकेश के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।