बर्फ की चादर से ढका है धनौल्टी, सैलानियों की भीड़ पहुंच रही है शहर

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बर्फ की सफ़ेद चादर में लिपटा टिहरी जिले का धनौल्टी जो इस समय माइनस 7 डिग्री में है, वाकई खूबसूरत नज़ारा, स्थानीय लोगों के चेहरे पर खुशी इस बात की कि अब व्यापार बढेगा और पर्यटक इस बात से खुश की जन्नत का नज़ारा मिलेगा,और हुआ भी ऐसा ही, कुदरत ने दिल खोल कर नियामत बरसाई सफ़ेद बर्फ के रूप मे।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से केवल 55 किमी दूर है धनौल्टी। रास्ते में जहाँ देखो हर तरफ पर्यटक धनौल्टी की तरफ रुख कर रहे हैंक्या दिल्ली क्या हरयाणा और क्या पंजाब ,मानो सब इस बर्फबारी के गवाह बनने को आतुर हों। ऐसा हो भी क्यूं नहीं कुदरत आखिर पूरी तरह से मेहरबान जो है, सालों के बाद लोगों ने ढाई फ़ीट के करीब बर्फबारी होते देखी, बर्फ पहले भी पड़ती थी पर इस बार ख़ास ये है कि बर्फ पूरी तरह रुकी रही टिकी रही, सूरज की तेज किरणें बर्फ को पिघला सकी। दिल्ली से आया 35 लोगों का दल सिर्फ इसलिए यहाँ पहुंचा है क्योंकि टीवी पर खबर मिली की दिल्ली के करीब उत्तराखंड में खूब जमकर बर्फवारी हो रही है , कभी बर्फवारी का आनंद ले सके ये सभी इस बार अपने आपको रोक नहीं पाए और पहुंचे धनौल्टी जहाँ बर्फ ही बर्फ है। पर ज्यादा बर्फवारी के चलते इनके वाहन फिसलने लगे थे और इसी खतरे को भांपते हुए ये धनोल्टी से 14 किलोमीटर पहले सुआखोली पर रात बिताने के लिए पहुंचेजहाँ सिर्फ 2 कमरों में ही पूरे 35 लोगों को रात बितानी है, इसके बगैर कोई चारा भी नहीं क्योंकि धनोल्टी पहुंचना इनके लिए फिलहाल संभव नहीं। पूरा ग्रुप मानो बर्फ के शुरुआती दीदार कर इतना खुश नज़र रहा है पर इनकी माने तो, “अभी थोड़ी परेशानी भले हो पर कल धनोल्टी जाकर सारी परेशानी ख़त्म हो जायेगी।”


अगर बर्फवारी आनंद लेकर आई है तो मुश्किलें भी साथ ही लायी है ,बर्फवारी की वजह से लगभग पूरा दिन 14 किलोमीटर का जाम लगा रहा ,कुछ लोग तो शुरआत में ही बर्फ देखकर वापिस आने लगे पर जिनको सीधा जाना था वो लगभग 7 घंटे तक जाम में फसे रहे और इस परेशानी से निजात दिलाने वाला पुलिस या प्रशाशन का एक भी नुमाइंदा नज़र नहीं आया जो दूर से आये पर्यटकों को गंतव्य तक पहुचाने में मदद कर सके