देहरादून पुलिस की कानपुर की घटना से सीख

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देहरादून पुलिस ने कानपुर शूटआउट से सीख लेते हुए बदमाशों का कच्चा चिट्‌ठा तैयार कर रही है। सनद रहे कि  उत्तराखंड कुख्यात बदमाशों का पसंदीदा स्थान रहा है। शनिवार को इस संदर्भ में विशेष कार्रवाई योजना बनी है। एसओजी बदमाशों के सहयोगियों की सूची तैयार कर रही है।
पुलिस अब हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन कर रही है। वांछित लोगों की तलाश में  छापा मार रही है। देहरादून पुलिस हत्या, अपहरण, रंगदारी समेत अन्य अपराध में लिप्त हिस्ट्रीशीटरों और उनके सहयोगियों पर कानपुर की घटना से सबक लेते हुए कड़ी कार्रवाई का मूड बना चुकी है। देहरादून के 246 नामी बदमाशों तथा उनके सहयोगियों पर परोक्ष रूप से जांच शुरू कर दी गई है।
डीआईजी और देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी के अनुसार जेल में बंद कुख्यात बदमाशों पर उनकी कड़ी निगाह है तथा उनके गिरोह को समाप्त किया जाएगा। इस संदर्भ में डीआईजी  जोशी ने जनपद के 21 थाना-कोतवाली में सक्रिय अपराधियों और 246 हिस्ट्रीशीटरों के बारे में आख्या मांगी है। पुलिस कुख्यातों के गिरोह के संपर्क में रहने वाले अपराधियों और उनके गुर्गों का पता लगाने में जुटी है।
जोशी ने सभी थाना प्रभारियों को उनके क्षेत्र के प्रमुख बदमाशों की सूची मांगी है तथा उनसे जेल में मिलने वालों पर भी निगाह रखने को कहा है। 1977 से लेकर अब तक जिन बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खुली है उनके साथ-साथ 32 लापता हिस्ट्रीशीटरों पर भी काम चल रहा है। इन पर इनाम भी घोषित किया गया है। टीमें गठित कर इनका पता लगाया जा रहा है।