जानलेवा साबित हो रहा ‘कमबख्त इश्क’

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File Photo: Crime

देहरादून,  ‘ले रहे थे मोहब्बत के बाजार में इश्क की चादर, लोगों ने आवाज दी कफन भी ले लो।’ किसी शायर का यह शेर इन दिनों दून की फिजाओं में हकीकत की तस्वीर बन कर सामने आ रहा है। आलम यह है कि युवा प्रेमी जरा सी बातों पर मोहब्बत के नाम पर न जान देने से झिझक रहे हैं और न जान लेने से। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ऐसा कोई पहला मामला सामने नहीं आया है। ऐसी कई कहानियां हैं जो शुरू तो मोहब्बत की खूबसूरत गलियों से हुई, लेकिन अंजाम कफन पर पहुंच कर हुआ।  जहां एक प्रेमी अपनी प्रेमिका से इस कदर मोहब्बत करता था कि वह उसे कभी खोना नहीं चाहता था, लेकिन बेवफाई के शक ने दोनों को कहीं का नहीं छोड़ा। युवक ने देर रात शक के चलते पहले प्रेमिका की हत्या कर दी, उसके बाद उसने खुद को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

प्रेमिका का कत्ल कर लगा ली फांसी
प्यार में धोखा मिलने के शक से प्रेमी ने पहले प्रेमिका को मौत के घाट उतारा फिर खुद भी फांसी लगा ली। प्रेमी कोतवाली क्षेत्र का, जबकि युवती डीएल रोड की रहने वाली थी। युवक की पहचान कृष्णा निवासी नहर वाली गली, पलटन बाजार, कोतवाली और युवती की पहचान कशिश निवासी डीएल रोड के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार राजपुर थाना क्षेत्र के कैनाल रोड पर आईपीएस कॉलोनी से पहले इन्फीनिटी एनक्लेव के तीसरे माले पर कृष्णा के जीजा परमवीर सिंह का फ्लैट है। कृष्णा, कशिश को लेकर फ्लैट में पहुंचा। करीब साढ़े आठ बजे परमवीर ने कृष्णा को फोन करना शुरू किया तो वह फोन रिसीव नहीं कर रहा था। परमवीर फ्लैट पहुंचा तो मेन डोर अंदर से लॉक था। कई बार आवाज लगाने पर भी जब भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो परमवीर ने मेन डोर का लॉक तोड़ दिया। भीतर जाते ही फर्श पर खून देख कर उसके होश उड़ गए। फ्लैट के भीतर का एक कमरा भी अंदर से लॉक था। परम ने रोशनदान से भीतर झांककर देखा तो उसके होश उड़ गए। कशिश बेड पर अचेत पड़ी थी, जबकि कृष्णा पंखे से बंधे तार से लटक रहा था।

खौफनाक मंजर ने दहला दिया
परम ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर कृष्णा के शव को नीचे उतारा। देर रात कृष्णा की मां, बहनें व रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों में प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन इधर कुछ दिनों से दोनों में दूरियां बढ़ने लगी थीं। मोहब्बत का यह खौफनाक अंत और इन्फीनिटी एनक्लेव के भीतर का नजारा तो दिल दहला देने वाला था। बेड पर पड़ी कशिश की लाश और फंदे से लटकते प्रेमी कृष्णा, यह बताने को काफी था कि इस कमरे के भीतर कुछ तो ऐसा हुआ होगा जिसने कृष्णा के प्यार को इस हद की नफरत में बदल दिया। कृष्णा (23) और कशिश (19) के बीच आखिर ऐसा क्या हो गया था कि जिसके चलते उसने यह खौफनाक कदम उठाया। सवाल कई हैं, जिनके जवाब ढूंढने की पुलिस कोशिश कर रही है। मगर कृष्णा और कशिश के बारे में अब तक जो कुछ सामने आया, उसके आधार पर पुलिस को संदेह है कि कशिश का संग छूटने के डर से कृष्णा ने यह खौफनाक कदम उठाया।

इससे पहले भी कई मामले आ चुके हैं सामने 

केस वन : विगत दिनों पौड़ी जिले में एक ऐसा मामला सामने आया था। इश्क की सनक में एक सिरफिरे आशिक ने एक युवती पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिया। युवती गढ़वाल विश्वविद्यालय की छात्रा है। युवक खुद आत्महत्या करने जा रहा था की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में युवक ने कहा की वह युवती से कक्षा नौवीं से प्यार करता था। वहीं युवती जिन्दगी और मौत से जूझ रही है।

केस टू : बीते सितम्बर माह में थाना मसूरी क्षेत्र के एक होटल में एक प्रेमी जोड़े ने खुदकुशी थी।
प्रेमी-प्रेमिका दोनों पंजाब के रहने वाले थे। जब पुलिस ने मृतकों के परिजनों से संपर्क किया तो दोनों मृतकों के संबंध में फरीदकोट में गुमशुदगी दर्ज होना बताया गया। परिजनों ने बताया कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था लेकिन दोनों की शादी अलग-अलग हुई थी।

केस थ्री : बीते 11 नम्बर को कोतवाली मसूरी क्षेत्र में एक युवक प्रेमिका से फोन पर बहस के चलते फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया। मृतक सुरेश थापा पुत्र धनबहादुर निवासी हैप्पीवेली मसूरी का रहने वाला था। घटना की रात करीब दो ढाई बजे के बीच मृतक अपनी प्रेमिका के साथ फोन पर रोज की तहर बातचीत कर रहा था। इस दौराना दोनों के बीच कहासुनी हो गई। प्रमिका के बहस के बाद उसने कमरे के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

केस फोर : बीते 15 नवम्बर को थान रायपुर के चूनाभट्टा क्षेत्र में एक युवक के जहर खा​ लिया। युवक को 108 के माध्यम से अस्पताल ले जाया गया लेकिन तबतक उसकी मौत हो गई। मृतक कपिल (26) पुत्र शांति प्रसाद मूल निवासी ग्राम बमसीर तहसील थत्यूड़, जनपद टिहरी गढ़वाल का रहने वाला था। यहां चूना भट्टा, रायपुर में रहता था और प्राइवेट जॉब करता था। मृतक के पास से एक नुवान की शीशी तथा सुसाइड नोट मिला। कपिल की मौत प्रेम प्रसंग की ओर इसार कर रही थी, हलांकि उसने सुसाइड नोट खुद को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। शक इंसान को शैतान बना देता है, लिहाजा किसी बहस व अनबन को बातचीत के माध्यम से सुलझा लेने में भलाई है। हत्या और आत्महत्या दोनों जुर्म है।