कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपा तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन

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देहरादून। प्रदेश और देश में लगातार सामने आ रहे दुष्कर्म और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न सहित विभिन्न मामलों को लेकर गुरुवार सुबह प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से भेंट कर उन्हें तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
गुरुवार सुबह कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के राज्यपाल कृष्ण कांत पाल से राजभवन देहरादून में भेंट कर तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर कांग्रेसजनों का कहना था कि भाजपा सरकार के शासन में देश और प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह धवस्त हो गई है। आज देश भर में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। ऐसे में भाजपा सरकार को कानून व्यवस्थ बनाए रखने और सुधारने के लिए राज्यपाल से मांग की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि कठुआ (जम्मू-कश्मीर), हापुड़, एटा, गोंडा, उन्नाव (उत्तर प्रदेश), सिरसा (हरियाणा), शिवपुरी, दमोह (मध्य प्रदेश), सूरत (गुजरात) एवं डाकपत्थर (उत्तराखण्ड) सहित देशभर में महिलाओं के साथ घटी बलात्कार, हत्या एवं अन्य अत्याचारों की घटनाओं से महिलाओं में भय का वातावरण है। भाजपा शासन में महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूूस कर रही हैं। प्रदेश कांग्रेस केेन्द्र और प्रदेश सरकार को महिलाओं की उचित सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश देने की मांग की।
प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य में जब से भाजपा नेतृत्व वाली सरकार सत्तारूढ़ हुई है, तब से राज्य सरकार के इशारे पर राजनीतिक बदले की भावना से विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। राज्य सरकार के इशारे पर कांग्रेस पार्टी के विधायकों एवं चुने हुए प्रतिनिधियों पर लोकतांत्रिक तरीके से मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस इसका विरोध करते हुए राज्य सरकार के इशारे पर की जा रही इस प्रकार की कार्रवाई की निन्दा करती है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद के मदकोट क्षेत्र में सिंचाई विभाग के माध्यम से बाढ़ सुरक्षा के लिए बनाए जा रहे तटबन्ध का काम करने वाले ठेकेदार को राॅयल्टी जमा करने के नाम पर धमकाया जा रहा है तथा जब स्थानीय विधायक एवं अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधि द्वारा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से इस मामले की शिकायत की गई, तो प्रशासन द्वारा उल्टे लोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन द्वारा क्षेत्रीय निर्वाचित विधायक के साथ दुर्व्यवहार कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना गम्भीर चिन्ता का विषय है। सरकार के बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई के प्रति कांग्रेस में रोष है। उन्होंने कहा कि सरकार के गलत कार्यों को जनता के सामने रखना विपक्ष का काम है लेकिन भाजपा सरकार अपनी नाकामियों को सहन करने में असमर्थ है। जिसका खामियाजा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला उनके विधानसभा क्षेत्र और पिथौरागढ़ में स्थानीय पुलिस प्रशासन की शह पर अवैध खनन और शराब माफिया को संरक्षण दिया जा रहा है तथा इसका विरोध करने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी जिला प्रशासन द्वारा कांग्रेस विधायक एवं कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी तथा इसके विरुद्ध सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि राज्य में हुई बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से फल, सब्जी एवं रवि की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। राज्य का किसान पहले ही बैंकोें के कर्ज के बोझ से दबा हुआ है और कई किसान राज्य में आत्महत्या तक करने को मजबूर हुए हैं, ऐसे में उन पर मौसम की यह दोहरी मार उनको आर्थिक तथा मानसिक रूप से कमजोर कर देगी। कांग्रेस पार्टी किसानों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिये जाने की मांग करती है। कांग्रेस ने राज्यपाल से इन सभी बिन्दुओं पर प्रदेश सरकार को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश देने की मांग की।
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के अलावा पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी, विधायक मनोज रावत, प्रदेश महिला अध्यक्ष सरिता आर्य, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रभुलाल बहुगुणा आदि शामिल रहे।