नगर पालिका ऋषिकेश को नगर निगम बनने की कैबिनेट ने दी मंजूरी

ऋषिकेश। काफी लंबे समय से ऋषिकेश को नगर पालिका से नगर निगम बनाने की मांग चल रही थी इसबार कैबिनेट में ऋषिकेश को नगर निगम की मंजूरी दे दी है। 2018 में नगर निकाय चुनाव होने वाले हैं जिसके लिए नगर पालिका ऋषिकेश बोर्ड को सरकार ने भंग कर दिया है ,  अप्रैल 2018 में होने हैं नगर निकाय चुनाव “नगर पालिका ऋषिकेश को नगर निगम बनाने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे बोर्ड भंग होने के “कार्यकाल पूर्ण होने से पूर्व ही सरकार ने नगरपालिका बोर्ड को भंग कर दिया ।शासन द्वारा जिलाधिकारी को प्रशासक बनाया गया। अब उन्ही के अधीन होगी अब नगर निगम ऋषिकेश की सारी कार्रवाई. काफी लंबे समय से ऋषिकेश नगर पालिका को नगर निगम में सम्मिलित होने की मांग उठ रही थी जिसे कैबिनेट ने  मंजूरी देने के बाद शुक्रवार को अधिसूचना में जारी कर दिया 40 वार्ड गठित करने के आदेश अधिशासी अधिकारी को दिए गए थे और प्रत्येक वार्ड में 2700 मतदाता की संख्या हो सकती है इससे पहले नगर पालिका ऋषिकेश में वों की संख्या 20 थी धीरे-धीरे इस काम में तेजी आने की संभावना दिख रही है लिहाजा इस तैयारी को अगले साल अप्रैल  के बाद होने वाले नगर निकाय चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है शहरी विकास सचिव के आदेश के मुताबिक वार्डों में मतदाताओं की अधिकतम संख्या 2700 मानी जा रही है जिसमें वर्ल्ड वॉर 15 फीसद तक कमी भी हो सकती है गौरतलब है कि सीमा विस्तार के बाद अब निकाय की कुल जनसंख्या करीब 1 लाख 15 हजार पहुंच गई है. निकाय के सीमा विस्तार के बाद मर्ज होने वाली ग्राम सभाओं ऋषिकेश व वीरपुर खुदा समेत शहर में 40 वोट को गठित किया जाना है जिसके साथ पुराने वार्डो में भी फेरबदल होने की संभावना है निकाय सूत्रों के मुताबिक इस से शहर के कई वार्डों के क्षेत्रों आबादियों में परिवर्तन हो सकता है हालांकि अभी वार्डों के सीमांकन और उनकी संख्या की फाइनल लिस्ट जारी नहीं हुई है। शहरी शहरी विकास सचिव ने नगर निगम की अधिसूचना जारी करने का चार्ज जिला अधिकारी को सौंपा है. तो वहीँ ऋषिकेश को नगर निगम बनाने की बात से स्थानीय लोग काफी खुश नजर आ रहे है, उनका कहना है कि नगर निगम बनने के बाद शहर में अतिक्रमण पर रोक लगेगी और शहर विकास की और बढ़ेगा और साथ ही नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी नगर निकाय चुनाव से पहले ऋषिकेश नगर पालिका को भंग कर दिया गया और नगर निगम में कैबिनेट ने मंजूरी दे दी जिससे देखना यह होगा कि ऋषिकेश की रूपरेखा में कितना बदलाव आएगा।