कोरोना वायरस से लड़ाई में कैसे “चैत की चैताली” बना हथियार

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कोरोना वायरस से लड़ाई में हर व्यक्ति अपना योगदान दे रहा है। देश के साथ उत्तराखंड भी इन दिनों लॉकडाउन में है और ऐसे में, घरों में बंद लोगों को कोरोना से लड़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के लिये युवा गढ़वाली गायक अमित सागर सामने आये हैं एक ख़ास पेशकश लेकर।

अमित द्वारा मशहूर गायक चंद्र सिंह राही की शान में गाये गीत ‘चैत की चैताली’ जागर के ‘कोरोना वर्ज़न’ ने इन दिनं धूम मचा रखी है। अमित ने इस गाने की ही धुन पर ‘कोरोना भागलो, खेरी का दिन काटी जाला’ तैयार किया है। अमित ने इस गीत के माध्यम से लोगों को कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में हिम्मत रखने और जागरूक करने की कोशिश की है।

इस गाने के बारे में न्यूजपोस्ट से बात करते हुए अमित कहते हैं कि, लोगों में लोकभाषा के माध्यम से उनके पसंदीदा गीत के जरिये इस बीमारी के बारे में जनजागृति करने के बारे में सोचा और इसका रिस्पांस बहुत अच्छा आ रहा है। मकसद एक सकारात्मक तरीके से जनजागरूकता फैलाने का है।”

अमित बताते हैं कि, “ इस गाने के बोल उन्हेने दो घंटे में लिखे और इसके बाद दो मिनट का यह वीडियो बनाया। इस गीत के माध्यम से अमित ने कोरोना से बचाव के उपाय, सरकार द्वारा उठाये गये कदम और उनके पालन के बारे में एक नये अंदाज में लोगों को बताया है।”

शास्त्रीय संगीत में एम.ए कर चुके अमित का रुझान बचपन से ही संगीत के प्रति रहा। 11 साल की उम्र में अमित ने दिनेश कृष्ण बेलवाल को अपना गुरू मान संगीत सीखना शुरू कर दिया था। इसके बाद उन्होने पंडित मोहन सिंह रावत और बीरलाल जी से भी संगीत के सुरों का ज्ञान हासिल किया।

तो अगर आप भी घर बैठकर कोरोना से लड़ाई में हिस्सा लेना चाहते हैं तो, आप भी नीचे दिये लिंक पर जा कर इस गाने का आनंद उठा सकते हैं और इस लड़ाई में अपनी भागीदारी कर सकते हैं।