सात समंदर पार से आकर गंगा तट पर 7 बंधनों में बंधे जेम्स और इग्निस

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ऋषिकेश, कहते हैं जोड़ियां आसमान से आकर बनती है। लेकिन ऋषिकेश के गंगा तट साक्षी है कई ऐसे विवाह के जो दूसरी संस्कृति के होते हुए भी भारतीय रंग में ऐसे रंग जाते हैं कि उनका एक नाता ऋषिकेश से भी बन जाता है।

कुछ ऐसा ही हुआ है, अमेरिका के न्यू जर्सी के रहने वाले एडम जेम्स और अमेरिका की ही इग्निस जबावा के साथ। दोनों ने ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन के घाट पर भारतीय रीति रिवाज से शादी के बंधन में बंधने का निर्णय लिया और मित्रों के साथ पूरे भारतीय रीति रिवाज के साथ शादी के बंधन में बंध गए। एडम जेम्स का कहना है कि “इस सुंदर स्थान पर भारतीय रीति रिवाज से शादी के बंधन में बंधे पर एक नई अनुभूति हुई है, और हिंदू रीति रिवाज से शादी के बंधन में बंधना उनके लिए सौभाग्य की बात है।”

इग्निस का कहना है कि “गंगा के तट पर शादी करना और वह भी मंत्रों के उच्चारण के साथ एक अलग ही अनुभव था। भारतीय रीति रिवाज से फेरे लेना ओर जय माला बनाना और अपनी मांग भरना एक अमेरिकन के लिए अलग तरह की अनुभूति है सब कुछ स्पेशल और स्प्रिचुअल है।

ऋषिकेश की पहचान पूरे विश्व में योग और अध्यात्म के की नगरी के रूप में जानी जाती है, यही कारण है कि यहां सालभर देश विदेश से हजारों की संख्या में पर्यटक यहां की संस्कृति से रूबरू होने आते हैं। जो एक बार ऋषिकेश आता है वह यहां के रंग में रंग कर यही का होकर रह जाता है, यही कारण है कि विदेशियों को ऋषिकेश के गंगा तट अपनी ओर आकर्षित करते हैं और वह भारतीय संस्कृति को आत्मसात करके इसी रंगो अपना लेते हैं।