सीजीएम कोर्ट की सजा के खिलाफ काबीना मंत्री रावत ने की अपील

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रुद्रप्रयाग: विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा आईपीसी की धारा 143 में दी गई तीन माह की जेल की सजा के विरुद्ध काबीना मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने अपर जिला जज न्यायालय में अपील दायर की है, जिस पर 18 दिसम्बर को सुनवाई होगी। इस दौरान कैबिनेट मंत्री की जमानत याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। कोर्ट में अपील दायर करने के बाद काबीना मंत्री निजी कार्यक्रम के तहत एक शादी समारोह में पहुंचे। वहां से वे सीधे देहरादून के लिए रवाना हो गए।

  • दायर मामले में 18 को होगी सुनवाई, सीजीएम कोर्ट की ओर से सुनाई गई थी तीन माह की सजा 
  • काबीना मंत्री ने नहीं ली अधिकारियों की बैठक, सीधे चले गए देहरादून 
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में डाॅ. हरक सिंह रावत ने कांग्रेस के टिकट पर रुद्रप्रयाग विधानसभा से चुनाव लड़ा था। इस दौरान उनकी चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकारियों से झड़प हो गई थी। यह मामला आज भी काेर्ट में चल रहा है और कोर्ट में पेश होने को लेकर काबीना मंत्री को रुद्रप्रयाग के चक्कर लगाने पड़ते हैं। अक्सर वे कोर्ट में हाजिरी देने के समय गुपचुप जिला मुख्यालय पहुंचते हैं और सीधे निकल जाते हैं। इस बार उन्होंने अपना सरकारी कार्यक्रम बनाया। कार्यक्रम के तहत शुक्रवार सुबह 10 बजे उन्हें गढ़वाल मंडल विकास निगम पहुंचना था, मगर वे डेढ़ घंटे देरी से पहुंचे और सीधे कोर्ट चले गए। इसके बाद उन्हें करीब एक बजे  अधिकारियों की बैठक लेनी थी, लेकिन उन्होंने  बैठक नहीं ली और अपने निजी कार्यक्रम के तहत एक शादी समारोह में चले गए।
इससे पहले जिला न्यायालय रुद्रप्रयाग पहुंचे कैबिनेट मंत्री डाॅ. रावत के अधिवक्ता ने इस वर्ष 10 नवम्बर को सीजेएम कोर्ट की ओर से सुनाई गई सजा के विरुद्ध अपर जिला जज कोर्ट में याचिका दायर की। अधिवक्ता केपी खन्ना ने कहा कि डाॅ. हरक सिंह रावत पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। इसमें सजा का कोई औचित्य नहीं हैं। उन्होंने सीजेएम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध याचिका के साथ जमानत की अर्जी भी दाखिल की, जिसे अपर जिला जज नंदन सिंह राणा की अदालत ने स्वीकार किया। उन्होंने डाॅ. रावत को जमानत देते हुए मामले में 18 दिसम्बर को सुनवाई तय कर उपस्थित होने के निर्देश दिए।
उसके बाद काबीना मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत निजी कार्यक्रम के तहत एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जिला मुख्यालय से सटे सांदर गांव पहुंचे। यहां वे परिवारजनों के साथ ही ग्रामीणों से मिलने के बाद सीधे देहरादून के लिए रवाना हो गए।