अखाड़ा परिषद ने 2021 के महाकुंभ की तैयारियों पर जतायी नराजगी, पांच अगस्त को होगी बैठक

0
438
saint,akhada haridwar
(हरिद्वार) आगामी 2021 के महाकुंभ मेला को लेकर न केवल अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद बहुत उत्साहित है बल्कि इसे सकुशल संपन्न कराने को लेकर वह अपनी प्रतिबद्धता भी जता रहा है। लेकिन अखाड़ा परिषद महाकुंभ की धीमी तैयारियों को लेकर नाराज दिख रहा है। परिषद ने बुधवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि महाकुंभ की तैयारियों को लेकर प्रदेश सरकार चिंतित नजर नहीं आ रही है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि महाराज ने बताया कि आगामी 2021 के महाकुंभ मेले को लेकर पांच अगस्त को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में दूसरी बैठक होगी। इस बैठक में सभी तेरह अखाड़ों के संत भाग लेंगे और 2021 में होने वाले महाकुंभ को लेकर रणनीति तय की जाएगी। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि आगामी 2021 के महाकुंभ मेला को संतों के आशीर्वाद से सकुशल संपन्न कराया जाएगा। इस महाकुंभ मेले में फर्जी संतों को कतई घुसने नहीं दिया जाएगा, जो कथित संत-महंत धर्म की आड़ लेकर धर्म का दुष्प्रचार कर रहे हैं। उनके खिलाफ अखाड़ा परिषद सख्त कार्रवाई करेगा।
फर्जी संत-महंतों को महाकुंभ नहीं देंगे घुसने, बैठक में चर्चा करेंगे संत-महंत, कहा- सरकार नहीं है गंभीर 
उन्होंने कहाकि 2021 के महाकुंभ मेले को लेकर उत्तराखण्ड सरकार कतई चिंतित नजर नहीं आ रही है। 2021 लगातार नजदीक आ रहा है। लेकिन सरकार की तैयारियां कहीं नजर नहीं आ रही है। 2020 में अक्टूबर से देश भर से संत महाकुंभ में भाग लेने के लिए हरिद्वार पहुंचना शुरू हो जाएंगे। संतों की छावनियां लगाने का काम भी अक्टूबर में ही शुरू हो जाएगा। छावनियां लगाने के लिए संतों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया भी अभी तक शुरू नहीं की गयी। महाकुंभ में स्नान के लिए आने वाले संतों के साथ बड़ी संख्या में उनके अनुयायी भी हरिद्वार पहुंचेंगे। लेकिन सड़कों व पुलों का निर्माण इतनी धीमी गति से चल रहा है कि इनका महाकुंभ शुरू होने तक पूरा होना संभव नहीं लगता।
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि, “कनखल व हरिद्वार को जोड़ने वाले शंकराचार्य चौक पर बन रहे फ्लाईओवर के निर्माण की गति भी बेहद धीमी है। कनखल में स्थित कई अखाड़ों की पेशवाई शंकराचार्य चौक से होकर निकलती हैं। फ्लाईओवर निर्माण की वजह से शंकराचार्य चौक से कनखल हरिद्वार आना जाना पूरी तरह बंद है। यदि फ्लाईओवर महाकुंभ से पूरा नहीं हुआ तो संतों व लाखों श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में सरकार के स्तर पर महाकुंभ की तैयारियां लगातार पिछड़ रही हैं। जबकि संत समाज अपनी तैयारियों में लगातार जुटा हुआ है।” उन्होंने कहा कि पांच अगस्त को होने वाली अखाड़ा परिषद की बैठक में सरकार द्वारा महाकुंभ की तैयारियों में की जा रही देरी पर भी चर्चा की जाएगी।