निःशुल्क मरीजों को घरों तक उपलब्ध करा रहे आक्सी फ्लो मीटर

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ऑक्सी फ्लो
संक्रमण के बढ़ते खतरे और उपचार के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता के बावजूद बाजारों से गायब ऑक्सी फ्लो मीटर की किल्लत से मरीज की सांसें रुकी हुई है। इन्हीं सांसों को आस बनकर सुरिंदर सिंह ने देसी तकनीक पर आधारित फ्लो मीटर तैयार किया है। वे जिंदगी बचाने की विकल्प बनाकर मरीजों की सेवा में घरों तक आक्सी फ्लो मीटर को लगाने की सेवा जुटे हुए हैं।
प्राचीन काल से समाज का अंग रहे कारपेंटर (बढ़ई) की पेशे से जुड़े देहरादून स्थित हाथी बड़कला के सुरिंदर सिंह की फर्नीचर की दुकान है। वे कोरोना में लोगों को आक्सीजन उपलब्ध कराने की ठानी लेकिन बाजारों से आक्सीजन की कमी और कालाबाजारी ने उनके कदमों को रोक दिया। इस बीच वे ऑक्सी फ्लो मीटर की समस्याओं से राहत दिलाने के लिए कार्य को गति देने में जुटे गए। वह पिछले लगभग बीस दिन में ऑक्सीजन फ्लो मीटर 200 सौ ज्यादा लोगों को निःशुल्क उपलब्ध करा चुके हैं।
सुरिंदर सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण में मरीजों को ऑक्सीजन देने की शुरुआत की थी, लेकिन ऑक्सीजन की बाजार में किल्लत के साथ फ्लो मीटर भी गायब होने लगा। इस बीच गाजियाबाद के रहने वाले उनके जानकार ने उन्हें सब्सिट्यूट फ्लो मीटर बनाने का सुझाव देते हुए एक वीडियो भेजा, लेकिन उस वीडियो में संपूर्ण जानकारी नहीं थी। वीडियो में ड्राई ऑक्सीजन की विधि बताई गई थी, लेकिन फ्लो मीटर बनाने की विधि में पानी की जानकारी नहीं थी।
उनके मन में एकाएक हिट एंड ट्रायल का ख्याल आया और उन्होंने सिरिंज के माध्यम से प्रॉपर फ्लो मीटर तैयार किया। उन्होंने बताया कि किसी लड़के ने उनके फोटों सोशल मीडिया पर डाल दी और जगह-जगह से इसकी डिमांड होने लगी। अब उनके पास इसके लिए दिन-रात उनके पास फोन आ रहे हैं। उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ बाहरी राज्यों से भी लोग फ्लो मीटर की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मरीजों के परिजनों को फ्लो मीटर दिए जाने से पूर्व उसका बाकायदा ऑक्सी फ्लो मीटर को चलाने की प्रशिक्षण भी सिखा रहे हैं, ताकि घर पर ऑक्सीजन ले रहे मरीजों को किसी समस्या का सामना न करना पड़े। इसके अलावा जो लोग किसी कारणवश घर से नहीं निकल सकते, उनकी कॉल आने पर  लोकेशन और पता पूछकर उनके घरों पर ऑक्सीजन फ्लो मीटर निःशुल्क फिट कर रहे हैं।
सरदार सुरिंदर सिंह से  9358121175 पर संपर्क किया जा सकता है।