मसूरी मॉल रोड के नए रंगाो में ढ़लने का क्या है राज़

मसूरी, अगर आप जल्द मसूरी जाने वाले हैं तो एक बहुत ही खुबसूरत सरप्राइज आपका इंतजार कर रहा है।

जैसा की हम सब जानते हैं कि मसूरी विंटरलाइन कार्निवल दस्तक देने वाला है, तो शहर के युवा और वॉलिंटियर अपने क्षेत्र की खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिये एक साथ इकट्ठा होकर काम कर रहे हैं। इन्हीं कई लोगों में से एक युवा हैं सुधांशु रावत, जो स्वयंसेवकों को साथ लेकर कुछ अलग करने की कोशिश कर रहे है, और एक नहीं, बल्कि मॉल रोड की चार अलग-अलग दिवारों पर बेहतरीन चित्रकारी का परिचय दे रहे हैं।

मसूरी में पैदा और पले-बड़े सुधांशु रावत ने डीआईटी और यूपीईएस विश्वविद्यालयों के अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर मसूरी को दिलचस्प रुप देने का फैसला किया है, जो शहर की विशालकाय दीवारों में रंग भरने को तैयार हैं, जिससे मॉल रोड मसूरी की दिवारें और भी खूबसूरत लगने वाली है।

विजय रावत और नैना एक जैसी सोच रखने वाले, प्रतिभाशाली मित्रों को साथ लेकर आने वाले विंटर कार्निवल में शहर को सजाने में पूरी मदद कर रहे हैं।

पैसों की समस्या को ध्यान में रखते हुए, सुधांशु नहीं चाहते हैं कि उनकी यह पहल बीच में छूट जाए,और वो भी तब जब वह इसे और बड़ा बनाने की योजना बना रहे। सुधांशु कहते हैं, “भविष्य में हम सोच रहे कि इस तरह की और अधिक प्रोजेक्ट शुरू करें। हालांकि इस समय की थीम थोड़ी अलग है, लेकिन हमारी भविष्य के प्रोजेक्ट कुछ सामाजिक संदेशों के साथ जानकारीपूर्ण होंगे।

अपने दोस्तों की इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए, सुधांशु के परिचित वीप्लव गोयल एक स्थानीय निवासी ने सभी रंगों के लगभग 20 लीटर पेंट और ब्रश, सैंडपेपर, वायर ब्रश जैसे सामानों  का स्वेच्छा से योगदान दिया। “वे आशा के साथ मेरे पास आए थे, और मैं उन्हें उदास नहीं होने देना चाहता था। यह सब हमारे गृह नगर के लिए है, तो मैं हाँ क्यों नहीं कहूंगा?” विप्लव कहते है।

उदारता के ऐसे निःस्वार्थ कामों के लिए अगर युवा ऊर्जा आगे आ रहे तो आज के समय में यह बड़ी बात है। लेकिन अगर यह प्रवृत्ति जारी रहेगी, तो हमारे पुराने शहर मसूरी का भविष्य निश्चित रूप से सुरक्षित हाथों में है, आप क्या कहते हैं?