बड़े मगरमच्छ एसआईटी की जांच से क्यो हैं गायब

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रुद्रपुर, एनएच घोटाले में सोमवार को हुई एक पूर्व एसडीएम सहित 8 लोगों की गिरफ्तारी के मामले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, “घोटाले की जांच कर रही एसआईटी सिर्फ छोटी मछलियों पर हाथ डाल कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रही है, जबकि इस घोटाले में शामिल बड़े मगरमच्छों पर एसआईटी हाथ डालने की हिम्मत नहीं कर पा रही है।”

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ ने कहा कि, “एसआईटी की जांच और एनएच घोटाले में कुछ अधिकारियों और किसानों की गिरफ्तारी कर आम जनता की आखों में धूल झोंकी जा रही है।सभी जानते हैं इस घोटाले के असली साजिशकर्ता इलाके के सफेदपोश व जिले में पूर्व में रहे बड़े स्तर के अधिकारी हैं।एसआईटी राजनैतिक दबाव के कारण किसी भी भ्रष्ट नेता, जनप्रतिनिधि व बड़े अफसरों पर हाथ नहीं डाल पा रही है। सरकार को करोड़ों का चूना लगाने वाले इस घोटाले के तार बहुत ऊपर तक जुड़े हुए हैं।”

बेहड़ ने कहा कि घोटाले की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक को पत्र लिखे। मगर भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेन्स की बात करने वाली भाजपा ने घोषणा के बाद भी इस घोटाले की सीबीआई जांच नहीं कराई है। घोटाले की जांच कर रही एसआईटी भी सत्ता पक्ष के हाथ की कठपुतली बनकर सिर्फ छोटी मछलियों पर कार्रवाई कर रही है। असली आरोपियों को छोडऩे की मंशा पाले एसआईटी ने अभी तक बाजपुर, गदरपुर व किच्छा के मामलों को छेड़ा तक नहीं है, जबकि इस घोटाले से संबंधित बड़े मामले इन्हीं तहसीलों हुए हैं।

उन्होंने कहा कि बाजपुर, गदरपुर व किच्छा तहसीलों में ना सिर्फ  बैक डेट में जमीन के उपयोग बदले गये बल्कि कई सफेदपोशों और जनप्रतिनिधियों ने सरकारी जमीनों पर कब्जे दिखाकर सरकार से मुआवजा वसूल लिया।