गम पर भारी कोरोना, बेटे की दुबई मौत, शव भारत आया, परिजनों को नहीं मिला

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कोरोना
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कोरोना काल दुखद घड़ी में आम लोगों पर भारी पड़ रहा है। सेमवाल गांव का गमजदा एक परिवार अपने बेटे कमलेश भट्टे के शव को पाने के लिए परेशान है। उसकी दुबई में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। शव भारत आया मगर वापस वापस भिजवा दिया गया।
कमलेश दुबई में एक होटल में नौकरी करते थे। हार्ट अटैक से 16 अप्रैल को दुबई में उसकी मौत हो गई थी। दुबई में रह रहे स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता रोशन रतूड़ी ने किसी तरह से शव को बीती रात आबूधाबी एयरपोर्ट से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट दिल्ली कारगो विमान से भिजवाया। लेकिन यहां से शव को कोरोना काल की केंद्र सरकार की गाइड लाइन के चलते वापस भिजवा दिया गया है। दिल्ली शव लेने गये परिजन वापस लौट आए हैं। परिजनों ने डीएम डॉ. वी षणमुगम को पत्र लिखकर शव को दिलवाने की मांग की है।
मृतक के भाई विमलेश भट‌्ट ने बताया कि 16 अप्रैल को सूचना मिलने के बाद वह लोग  शव को भारत लाकर सौंपने की मांग कर रहे थे। सरकार ने कोई मदद नहीं की। दुबई में रहने वाले  रोशन रतूड़ी की मदद से किसी तरह बीती रात शव दिल्ली मंगवाया गया, लेकिन कोरोना काल की गाइड लाइन के चलते विदेश से आये शवों को न लेने की बाध्यता के चलते उसे वापस दुबई भेज दिया गया है। शव न मिलने से मां प्रर्मिला व पिता हरि प्रसाद भट्ट मायूस हैं। कमलेश एक साल पहले बहन की शादी में घर आया था।
इस बारे में एसडीएम धनोल्टी रविंद्र जुवांठा का कहना है कि मृतक कमलेश के परिजनों ने इस संबंध में डीएम को संबोधित पत्र दिया है। इसमें उन्हें शव न मिलने की बात लिखी गई है। मामला विदेश मंत्रालय से जुड़ा है। पत्र डीएम को भेजकर मामले में अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।