”फूलों की घाटी” के दीदार के लिए रवाना हुआ पहला दल

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फूलों की घाटी

विश्व धरोहर फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए खोल दी गई। घांघरिया से 12 पर्यटकों का दल फूलों की घाटी का दीदार करने को रवाना कर दिया गया।नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के निदेशक मान सिंह और एसडीओ सर्वेश दुबे भी पर्यटकों के साथ रवाना हुए। इसके साथ ही अब पर्टयक फूलों की घाटी की सैर कर सकते हैं।

हेमकुंड साहिब के प्रमुख पड़ाव और फूलों की घाटी के प्रवेश द्वार घांघरिया से फूलों की घाटी करीब घाटी तीन किलोमीटर दूर है। पार्क निदेशक मान सिंह ने बताया कि पहले ही फूलों की घाटी के रास्ते पूरी तरह से दुरुस्त कर लिए गए हैं। शीतकाल में क्षतिग्रस्त पुल को भी ठीक करा लिया गया है।

उन्होंने कहा कि “इस बार जिस तरह हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है, उससे उम्मीद है घाटी में सैलानियों की संख्या में भी इजाफा होगा।” निदेशक के अनुसार घाटी में इस वक्त कुरमुला, फरण, एलियम, प्रोटोलेरिया समेत कई किस्म के फूल खिलने शुरू हो गए हैं। साथ ही पार्क में कस्तूरा मृग और भूरा भालू जैसे दुर्लभ वन्य जीवों की झलक मिल सकती है।