प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का खुलासा, दोस्त ने मारी ​थी गोली

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देहरादून, वसंत विहार क्षेत्र में शहर कोतवाल के मौसेरे भाई जयकरण सिंह रौतेला की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने घटना का खुलासा किया और बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी बताया कि 15 लाख रुपए के लेन-देन को लेकर जयकरण की हत्या की गई।

गौरतलब हो कि रविवार देर रात जयकरण सिंह रौतेला की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। वह प्रॉपर्टी का काम करता था। सोमवार सुबह जयकरण का शव शुक्लापुर में सड़क किनारे प्राईमारी स्कूल के पास पड़ा मिला तो सनसनी फैल गई। उनकी कार प्रेमनगर में से लावारिस अवस्था में बरामद हुई। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महत्वपूर्ण सुराग मिले। जिसके आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया।

एसएसपी ने बताया कि जयकरण रौतेला का विवाद बबलू गोदियाल व सुरजीत सिंह के साथ चल रहा था। सभी संयुक्त रुप से प्रोपर्टी डिलींग का कार्य करते थे। जयकरण रौतेला, बबलू गोदियाल व सुरजीत के बीच जमीन की डील को लेकर 15 लाख का रुपये का विवाद था। घटना की रात्रि को आखरी बार जयकरण रौतेला बबलू गोदियाल व सुरजीत के साथ ही था। बताया कि पुलिस टीमो को बबलू गोदियाल जिसके पास एक अबैध पिस्टल होने की जानकारी मिली थी।

मामले में पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की। सोमवार की देर रात को एक आरोपी पूर्णानन्द गोदियाल उर्फ बबलू पुत्र भागवत प्रसाद गोदियाल निवासी शुक्लापुर थाना बंसत को पुलिस गिरफ्तार किया था। जबकि दूसरे आरोपी सुरजीत पुत्र बगतावर सिह निवासी मोहन पुर प्रेमनगर देहरादून को मंगलवार को दिन में गिरफ्तार किया।

पुलिस पूछताछ में पूर्णानन्द उर्फ बबलू गोदियाल ने बताया कि वह 2012 में प्रोपर्टी का काम शुरु किया, तब से सुरजीत के साथ ही प्रोपर्टी का काम कर रहा था, कुछ प्रापोर्टी में जयकरण रोतेला के साथ काम किया था। बताया कि वह सोमवार की रात को प्रेमनगर में स्नूकर प्वाइंट पर था उस समय उसके पास जयकरण का फोन आया। कुछ देर में जयकरण अपनी कार लेकर स्नूकर प्वाइन्ट पर आ गया। उसके 10 मिनट बाद ही सुरजीत भी आ गया। तीनों ने स्नूकर प्वाइंट पर शराब पी और वहां से सुरजीत की स्कूटी से तीनो पावर हाउस के पास गये। जयकरण रौतेला ने अपनी गाडी स्नूकर प्वाईट के नीचे ही छोड दी थी। तीनों के बीच 15 लाख रुपये लेने देने के विवाद के चलते बहस हो गई। इसी बीच वहां से तीनों गोदियाल के घर आया गये। गोदियाल ने अपनी पिस्टल निकाली और सुरजीत के साथ मिलकर जयकरण पर ताबड़ तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।