जसपुरः नौनीहालों के पोषण का पैसा डकार गये अधिकारी

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जसपुर। बाल विकास परियोजना के खाते से 23 लाख रुपये का फर्जी चेक बैंक में लगाने के मामले में जांच शुरू हो गई। शनिवार को रामनगर पुलिस ने परियोजना कार्यालय के कर्मचारियों व सीडीपीओ से पूछताछ की। साथ ही चेक कैसे बाहर आया, इसकी जानकारी जुटाई गयी। परियोजना अधिकारी ने साफ कहा कि मामले के मुख्य आरोपी को सामने लाया जाए।
बाल विकास परियोजना अधिकारी लक्ष्मी टम्टा यहां तैनात हैं। 23 जनवरी को नैनीताल जिले के थाना रामनगर ग्राम हिम्मतपुर डौंडियाल निवासी नवीन नेगी पुत्र लखपत सिंह ने उनके हस्ताक्षर एवं मुहर से जारी 23 लाख रुपये की धनराशि निकालने के लिए चेक रामनगर के पंजाब नेशनल बैंक में लगा दिया था।
चेक संदिग्ध लगने पर बैंक मैनेजर ने परियोजना कार्यालय को उनके नाम से चेक लगे होने की जानकारी दी। इस पर परियोजना अधिकारी लक्ष्मी टम्टा ने उसी सीरियल नंबर का चेक उनके पास होने की जानकारी दी। इस पर बैंक ने भुगतान नहीं किया। उसी दिन सीडीपीओ ने नवीन नेगी के खिलाफ जसपुर कोतवाली में रिपोर्ट दी। जांच के लिए पुलिस ने तहरीर रामनगर को भेज दी।
दो माह बीत जाने के बाद 25 मार्च को रामनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। आरोपी को गिरफतार करने के लिए सीडीपीओ बीते दिन रामनगर भी गई। आइओ एसआइ सुमन पंत ने शनिवार को जसपुर कार्यालय पहुंचकर कर्मचारियों एवं सीडीपीओ से मामले की जानकारी जुटाई तथा पूर्व व वर्तमान कनिष्ठ सहायक से पूछताछ की। इधर, सीडीपीओ ने कहा कि जो चेक लगाया वह उनके कार्यालय में है। आशंका जताई कि फर्जी चेक से पैसे निकालने में कार्यालय का ही कोई व्यक्ति शामिल हो। लिहाजा जांच करके पुलिस ऐसे आरोपी को सामने लाए।