शांति का संदेश देने वालों पर भड़कीं कंगना

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मुंबई,  पुलवामा कांड को लेकर फिल्मी सितारों में भी आक्रोश व्याप्त है। इसे लेकर कंगना ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन लोगों को आड़े हाथों लिया है, जो इस संवेदनशील मामले को सुलझाने के लिए शांति और धैर्य रखने की बात कर रहे हैं। कंगना ने शांति की बात करने वालों के लिए गधे शब्द का संबोधन करते हुए यहां तक कह दिया कि शांति की बातें करने वालों के कान के नीचे तमाचे जड़ने चाहिए और उनको गधे की सवारी करानी चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की समर्थक कंगना ने पुलवामा मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि पाकिस्तान ने इस कायराना हमले से न सिर्फ हमारी संप्रभुता को ललकारा है, बल्कि हमारे आत्म सम्मान को भी ठेस पंहुचाई है।

कंगना का कहना है कि इस अपमान का बदला लेने के लिए अब निर्णायक फैसला करने का वक्त आ गया है कि पाक को कैसे सबक सीखाया जा सकता है। कंगना के अनुसार, अगर इस वक्त हम खामोश रह जाते हैं, तो दुनिया भर में इसे हमारी कायरता माना जाएगा। इसी मुद्दे पर आगे कंगना ने कहा कि हमारा देश इस वक्त लहूलुहान है, ऐसे में अगर कोई धैर्य और शांति की बात करता है, तो उसे तमाचा जड़ना चाहिए और गधे पर बैठाना चाहिए। कंगना ने शबाना आजमी और जावेद अख्तर को भी आड़े हाथों लिया। शबाना आजमी और जावेद अख्तर ने पुलवामा कांड के बाद पाकिस्तान की यात्रा रद्द कर दी, लेकिन कंगना ने इस यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन दोनों को पाकिस्तान के समारोह में शामिल होने के लिए सहमत होने की क्या तुक थी। कंगना ने आरोप लगाया कि ये दोनों अपनी यात्रा रद्द करके अपने चेहरे को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

कंगना ने कहा कि हमारी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे लोगों की भरमार है, जो कला और संस्कृति के नाम पर पाकिस्तान का पक्ष लेते हैं और अपने देश की बदनामी करते हैं। कंगना ने मांग की है कि ऐसे लोगों के खिलाफ आम जनता सख्त रवैया अपनाए और उनको बेनकाब किया जाए। कंगना ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद हमारा मकसद पाकिस्तान पर पाबंदी लगाना नहीं, बल्कि पाकिस्तान को हर तरह से बर्बाद करना होना चाहिए। कंगना ने पुलवामा हमले के बाद अपनी फिल्म मणिकर्णिका को मिली सफलता का जश्न मनाने के लिए होने वाली पार्टी के आयोजन को भी रद्द कर दिया।