देवभूमि में दहेज के लोभियों ने ली बहू की जान

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ऋषिकेश, तीर्थ नगरी ऋषिकेश के रायवाला थाना क्षेत्र में खाड गांव चलेके रहने वाले अर्चना नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई परिजनों का आरोप है कि ससुराल वाले काफी दिनों से दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे।

अर्चना की शादी रायवाला में रहने वाले अभिषेक चौहान के साथ हुई थी। मृतका के पिता यशपाल नेगी का आरोप है कि बेटी ने कई बार दहेज उत्पीड़न कि बात अपनी बहनों से कहीं। 5 अप्रैल को अमर सिंह चौहान ने फोन पर सूचना दी कि आपकी बेटी ने सुसाइड कर लिया। जब यह ससुराल पहुंचे तो ससुराल वालों ने इनके साथ अभद्र व्यवहार किया।

बात को बढ़ता देख पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, लेकिन उचित कार्रवाई ना होने पर आज ग्रामीणों ने सीओ कार्यालय का घेराव कर ससुराल पक्ष को गिरफ्तार करने की मांग की।

सात महीने पहले ही हुई थी शादी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सात महीने पहले एक बाप ने अपनी बेटी को खुशी-खुशी विदा किया था क्या पता था की सात महीने बाद उसकी मौत की खबर आएगी? लडकी के पिता यशपाल सिंह नेगी, खाण्ड गांव, रायवाला ने अपनी बिटिया अर्चना (24) का विवाह रायवाला, चंद्रबदनी कालोनी, के अभिषेक चौहान से की थी। मगर दहेजलोभी ससुराल वालों ने उस पिता की बिटिया की ऐसी स्थति कर दी की जब दहेज पर दहेज की मांग पूरी न हो पाई तो ससुराल वाले अर्चना को पड़ताड़ित करने लगे जिससे तंग आकर अर्चना 5 अप्रैल रात 8-9 बजे अत्महत्या कर ली। आपको बता दें अर्चना पंखे से लटकी मिली थी, इस हत्याकाण्ड में उसका पति अभिषेक, ससुर, सास व दो ननद पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बता दे कि समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने इस मामले के कई पोस्ट शेयर किए हैं।

बेटी बचाओ और बेटी पढाओं के दावे धरे के धरे

वहीं बड़ा सवाल ये है कि भले ही केंद्र और राज्य सरकार अब ‘बेटी बचाओ और बेटी पढाओं’ के लाख दावे कर रही है और अभियान चला रहा है लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है, जो की इस मामले को लेकर पता लगाया जा सकता है। लेकिन करें भी तो क्या करें जब बेटियों के हत्यारे हमारे समाज में मौजूद है? मृतक के पिता ने ससुरालवालों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है, ऐसे दहेज लोभियों को सजा जरुर मिलनी चाहिए।