प्रशिक्षण के बाद 18 प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक बने उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा

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देहरादून, पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेन्द्रनगर से 12 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद आयोजित दीक्षांत परेड के साथ 18 प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा बन गए। पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों के दीक्षान्त परेड का निरीक्षण किया। दीक्षांत परेड में परेड कमाण्डर पूर्णिमा गर्ग प्रथम, नरेन्द्र पंत परेड कमांडर द्वितीय एवं संगीता टम्टा परेड एड्ज्यूडेंट नियुक्त रहीं।

रतूड़ी ने प्रशिक्षण में सर्वांग सर्वोत्तम एवं अन्तः कक्ष में प्रथम स्थान आने पर पूर्णिमा गर्ग एवं बाह्य कक्ष में प्रथम आने पर शान्तनु पारासर को सम्मानित किया। यह सभी पुलिस उपाधीक्षक अपने-अपने व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए प्रथम चरण में तीन-तीन माह के लिए मैदानी जनपदों, द्वितीय चरण में दो-दो माह के लिए पर्वतीय जनपदों और एक-एक माह के लिए पुलिस मुख्यालय में नियुक्त रहेंगे।

इस मौके पर अनिल के रतूड़ी ने कहा कि पुलिस के सामने कई चुनौतियां हैं। इस चुनौती में हमें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा इसके अतिरिक्त सामाज में शान्ति व्यवस्था कायम रखना, अपराध निरोध आदि एक पुलिस अधिकारी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां हैं जिनका निर्वहन पूर्ण सेवा भाव से किया जाना आवश्यक है। आगामी लोक सभा चुनाव में भी इन उत्तीर्ण पुलिस उपाधीक्षकों को प्रशिक्षण के​ लिए नियुक्त किया जाएगा। जिसमे ये अधिकारी अपनी पूर्ण कर्तव्य निष्ठा से अपना योगदान देंगे। पुलिस उपाधीक्षकों की दीक्षान्त परेड की मुख्य अतिथि अनिल कुमार रतूड़ी ने प्रशंसा की व सभी पुलिस उपाधीक्षकों के उत्साह और परेड को उत्कृष्ट बताया।

प्रशिक्षण के दौरान स्टडी टूर के माध्यम से जनपद के थानों, एसटीएफ, साइबर थाना देहरादून, जिला मुख्यालय के कार्यालयों, जेल, उत्तराण्ड न्यायिक अकादमी, भवाली नैनीताल आदि में भ्रमण कराकर विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर व्यवसायिक रूप से दक्ष बनाए जाने के प्रयास किए गए। प्रशिक्षण अवधि में इन प्रशिक्षु अधिकारी द्वारा कांवड़ मेला, वीवीआईपी ड्यूटी, नगर निकाय चुनाव, विधान सभा सत्र आदि ड्यूटियों में भेजकर फील्ड-एक्सपोजर प्रदान किया गया।