नाव पर कैबिनेट-नाव पे उत्तराखंड सरकार

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देहरादून, त्रिवेंद्र रावत सरकार पूर्व सरकारों से थोड़ा अलग हटकर नए प्रयास करने पर लगी है पहली बार उत्तराखंड के इतिहास में ऐसा होने जा रहा है कि टिहरी झील में मरीना बोट पर कैबिनेट बैठक की मीटिंग आज शुरू होगी जिससे उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ाने के लिए नई शुरुआत की जा रही है पर्यटन को बढ़ावा देने का संदेश देने के लिए राज्य सरकार बुधवार को एक नई पहल करने जा रही है। वो है टिहरी झील में फ्लोटिंग मरीना (तैरते रेस्तरां) में कैबिनेट बैठक का आयोजन। मंगलवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अगुआई में होने वाली इस बैठक की तैयारियों को परखा। उत्तराखंड के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जबकि टिहरी झील में तैरते रेस्तरां में कैबिनेट के सदस्य राज्य के विकास के मुददों पर चर्चा करेंगे।

टिहरी झील में कैबिनेट की बैठक करने के पीछे सरकार को मंतव्य देश-दुनिया के लोगों को पर्यटन के लिए यहां आने का संदेश देना है। सरकार का मानना है कि टिहरी झील किसी परिचय की मोहताज नहीं है, लेकिन पर्यटन मानचित्र पर अभी इसे स्थान दिलाना बाकी है। इसके लिए खास प्रयास किए जा रहे हैं।

वैसे तो फ्लोटिंग मरीना की क्षमता 80 लोगों की है, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते केवल 25 लोग ही इसमें सवार हो पाएंगे। टिहरी झील में बार्ज बोट और कुछ अन्य नावें भी फ्लोटिंग मरीना के साथ-साथ चलेंगी। डीएम-एसएसपी ने लिया जायजा डीएम सोनिका और एसएसपी विमला गुंज्याल ने कोटी कॉलोनी में कैबिनेट स्थल का निरीक्षण किया। अधीनस्थ अफसरों ने उन्होंने तैयारियों की बिंदुवार जानकारी हासिल की। साथ ही सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देश दिए।

डीएम ने बताया कि, “बुधवार सुबह नौ बजे मुख्यमंत्री कोटी कॉलोनी पहुंचकर टिहरी झील राष्ट्रीय महोत्सव की तैयारियों का जायजा भी लेंगे। 25 से 27 मई तक टिहरी झील में राष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसमें देश भर से पर्यटक और निवेशक आएंगे। डीएम ने बताया कि निरीक्षण के बाद पूर्वाह्न 11 बजे से एक बजे तक फ्लोटिन्ग मरीना में कैबिनेट बैठक होगी। अधिकारियों की इससे संबंधित जिम्मेदारी तय कर दी गई है।”

भाजपा जिलाध्यक्ष संजय नेगी ने कहा कि, “टिहरी के लिए यह ऐतिहासिक समय है, इससे टिहरी झील और जिले में विकास का नया अध्याय शुरू होगा, टिहरी में कैबिनेट के फैसले से सरकार ने यह संदेश दिया है कि टिहरी का विकास उनकी प्राथमिकता है।”

उत्तराखंड के जाने माने लेखक और फोटोग्राफर प्रोफेसर गणेश सैली कई सालों से इस क्षेत्र में अपनी कहानियों के द्वारा विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं और पहाड़ की छवि को देश-विदेश में पहुंचा रहे हैं। प्रोफेसर गणेश सैली का कहना है कि, “टिहरी झील भविष्य में उत्तराखंड में पर्यटन के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है जिसके लिए पर्यटन विभाग के साथ-साथ उत्तराखंड सरकार को भी यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देकर पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं देनी होगी जिससे पर्यटक आराम से टिहरी पहुंच सके और यहां वाटर स्पोर्ट का लुफ्त उठा सके।”