Exclusive: राज्य स्थापना दिवस पर असल मुद्दों को छूता है “उत्तराखंड ऐंथम”

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2011

आज उत्तराखंड के 18वें जन्मदिन के मौके पर देहरादून के मशहूर आरजे काव्य ने एक खास सौगात दी है। काव्य ने “उत्तराखंड ऐंथम” के नाम से एक गीत पेश किया है।

आज रिलीज हुए इस गीत को आवाज़ दी  है आकांशा ने जो इससे पहले यू ट्यूब पर काफी गाने गा चुकी है। इस गीत के बोल आरजे काव्य और आनंद कनू ने लिखे हैं। इस गाने के वीडियो को ऋषभ गुप्ता और गैंग ऑफ घुम्मक्ड़ ने शूट किया है।

इस वीडियो का सफर राज्य के सुदूर इलाकों जैसे कि केदारनाथ, ऑली से होकर नैनीताल बागेशवर तक जाता है।इस वीडियो के ज़रिये कलाकारों ने पहाड़ के ज्वलंत मुद्दों पलायन और वीरान होते गांवों की तरफ ध्यान खींचने की कोशिश की है। इस गीत और वीडियो के ज़रिये कलाकार उत्तराखंड छोड़कर जा चुके लोगों से घर वापसी की अपील करते हैं।

पलायन को चुनौती देने में आरजे काव्य खुद एक मिसाल साबित कर चुके हैं। उन्होने देहरादून में रेडियो स्टेशन की शुरुआत के साथ ही अपने राज्य वापस लौटने का फैसला किया और अब कुछ ही समय में वे शहर के हर घर में एक जाना पहचाना नाम हो चुके हैं। जैसे ही काम से समय मिलता है काव्य अपने बागेश्वर में अपने गांव का रुख कर लेते हैं।

वो कहते हैं कि “इस गीत के पीछे मूल मकसद ये था कि हम राज्य के सामने चुनौती फैलाये खड़े मुद्दों की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित कर सकें। ताकि आज का दिन केवल एक रस्म आदाईगी बनकर न रह जाये।