तीर्थ नगरी मे छोटा सिक्का बन रहा है बड़ा बवाल

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(ऋषिकेश) छोटा सिक्का बना बवाल ! जी हां इन दिनों तीर्थ नगरी मे ऋषिकेश मे भारतीय करंसी की सबसे छोटी मुद्रा एक रुपये के सिक्के को लेकर बवाल मच रखा है।
दूकानदारों ने एक रुपये के छोटे सिक्के को खोटा करार देना शुरू कर दिया है। शहर मे एक रुपये के सिक्के नकली होने की अफवाह इस कदर फैल गई है कि दुकानदार इस सिक्के को ले ही नहीं रहे हैं। परेशान लोगों ने जिलाधिकारी से अफवाह रोकने और दुकानदारों को सिक्का लेने के लिए बाध्य करने की मांग की है। बैंक अधिकारी भी लोगों से अपील कर रहे हैं, वे सिक्का लेने से इनकार न करें। यात्रा सीजन के चरम पर धर्मनगरी मे सिक्कों के नकली होने की अफवाह से लोग परेशान हैं। यहां आने वाले श्रद्वालुओं और पर्यटकों को भी इससे दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व नगर मे दस रुपये के सिक्के को भी नकली बताकर दूकानदारों ने उसे लेना बंद कर दिया था। तब आए दिन दूकान पर किचकिच होती थी।
अब बाजारों में एक रुपये के छोटे सिक्के को नकली बताया जा रहा है। जिससे दूकानदार उसे लेने से इंकार कर रहे है। इससे फुटकर की समस्या खड़ी हो गई है। शहर की मलीन बस्तियों सहित यहां से सटे ग्रामीण इलाकों मे भी एक रुपये का छोटा सिक्का दूकानदार नहीं ले रहे हैं। इससे आए दिन किचकिच हो रही है लेकिन प्रशासन इस ओर से आंखें मूंदे हुए हैं। बैंक अधिकारियों का कहना है कि एक रुपये का कोई सिक्का नकली नहीं हैं। यदि कोई उसे नहीं ले रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। उधर ग्राहकों द्वारा दूकानों पर कोई भी सामान लेने जा रहे ग्राहकों से अधिकांश दूकानदार पहले ही कह दे रहे है कि सामान लो या मत लो लेकिन एक रुपये के छोटे सिक्के नहीं लेंगे।
उपजिलाधिकारी हरि गिरी से बात करने पर उन्होंने कहा कि एक रुपये के छोटे सिक्कों के नकली होने की अफवाह फैलाई जाने की जानकारी उनके संज्ञान मे नही है।बाजार में जो सिक्का चल रहा है, वह असली है। यदि कोई एक रुपये के छोटे सिक्के को नकली बता कर नहीं ले रहा है तो शिकायत होने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। एक रुपये के छोटे सिक्के आरबीआई की तरफ से जारी किए गए हैं और बाजारों में इसका चलन बरकरार है।

बैंक से मिल रहें हैं थैलों मे सिक्के
नगर में एक और जहां एक रुपये के सिक्के को लेकर कुछ दुकानदार नाक मुंह सिकोड़ कर निरंतर विवाद उत्पन कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर अधिकांश बैकों से बड़ी एमाउंट निकालने के दौरान ग्राहकों को खास तौर पर थेलों में भर भर कर सिक्के थमाए जा रहे हैं। बताया तो यहां तक जा रहा है कि मना करने पर बैंक अधिकारी हाथ खड़े कर कर उपभोक्ताओं से कह रहे हैं कि आपको सहयोग करना पड़ेगा। कुछ बैंकों में ग्राहकों द्वारा सिक्के लेने से मना करने पर विवाद की भी जानकारी संज्ञान मे लगातार आ रही है।